संवाददाता।
कानपुर। नगर में डेंगू और बुखार को रोक पाने में सरकारी तंत्र फेल नजर आ रहा है। रोजाना डेंगू के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। नगर में हाई ग्रेड फीवर के कारण पिछले 24 घंटे में 18 साल के युवक समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। तेज बुखार के कारण पिछले 24 घंटे के अंदर 100 से ज्यादा मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। इस समय अस्पताल हाई ग्रेड फीवर और डेंगू के मरीजों से भरा हुआ है। मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण इन्फ्लूएंजा वायरस तेजी से लोगों में अटैक कर रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि इन्फ्लूएंजा वायरस के अटैक के कारण जुखाम, बुखार, खांसी के रोगी काफी बढ़ गए हैं।इन्फ्लूएंजा वायरस में लोगों को बुखार आता है और उल्टी होने लगती है। इससे मरीज का बीपी एकदम लो हो जाता है, जिससे कि मरीज की रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बिल्कुल कम हो जाती है और उसे आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ जाता है। सरसौल में 18 साल के युवक को तेज बुखार आया और 2 दिन के अंदर उसकी मौत हो गई। रविवार को उसका अंतिम संस्कार रूमा स्थित घाट में किया गया। वहीं 62 साल के बुजुर्ग राजेंद्र प्रकाश को तेज बुखार आया और रविवार सुबह तेज खांसी आने लगी और उल्टी हुई। इस पर परिजन उन्हें अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई। वहीं, महाराजपुर निवासी 68 साल के बुजुर्ग को 2 दिन पहले बुखार आया था। उन्हें पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां से घर आने के बाद वृद्धा की हालत रात में अचानक से बिगड़ गई और उनकी घर पर ही मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि जब मौसम बदलता है तो रोटा वायरस और इनफ्लुएंजा वायरस का खतरा बढ़ जाता है। अब जो भी मरीज अस्पताल में आ रहे हैं। उनमें संक्रमण के लक्षण देखे जा रहे हैं। रोटा वायरस अटैक करता है तो व्यक्ति में पहले दस्त होती हैं फिर इसके बाद उल्टी शुरू होती है। दस्त होने पर शरीर का पोटेशियम कम हो जाता है, जिसके कारण उल्टियां शुरू हो जाती हैं। इनफ्लुएंजा वायरस अटैक करता है तो गले में दर्द, पेट मे दर्द, खांसी आदि समस्या होती है। फिर दस्त होने लगते हैं।