संवाददाता।
कानपुर। नगर के बिल्हौर में देर रात एक दिल दहला देने वाली वारदात हुई है। सौतेली मां ने 9 साल की बच्ची को बेरहमी से इस कदर पीटा की उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई। मौके पर जांच करने पहुंची पुलिस और गांव वालों का भी हैवानियत देखकर कलेजा कांप उठा। मासूम बच्ची के सिर से लेकर पांव तक सिर्फ पिटाई और गंभीर चोट के निशान थे। कपड़ों से खून टपक रहा था। बच्ची की हालत देखकर आसपास के लोग इस कदर गुस्से में आ गए कि पति-पत्नी को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर जांच कर रही है। अरौल के गजना गांव में रहने वाला अनीस उर्फ लालू एक डिग्री कॉलेज में ड्राइवर की नौकरी करता है। उसकी पहली पत्नी मीरा की पांच साल पहले मौत हो चुकी थी। मीरा से चार बच्चे आर्यन, रेहाना (9 वर्ष), फरजाना व गुलफ्शा हैं। पहली पत्नी की मौत के बाद उसने बिहार की फरजाना खातून से शादी की। उससे भी एक बच्ची है। सौतेली मां फरजाना खातून 9 साल की बच्ची से पूरे घर का काम कराती थी। बच्ची से पूरे गांव में भीख मंगवाती और खाने को भी भर पेट नहीं देती थी। इसके बाद उसे आए दिन बेरहमी से पीटती थी। शनिवार रात को भी कुछ ऐसा हुआ कि फरजाना ने पति अनीस की मौजूदगी में बेटी रेहाना को डंडों से और पटक-पटक कर इस कदर पीटा कि पूरे गांव में चीखें सुनाई दी। बच्ची की तेज चीखों के बाद अचानक से सन्नाटा हो गया। आसपास के लोगों को कुछ शक हुआ। उन्होंने गांव प्रधान अक्षय को सूचना दी। इसके बाद गांव प्रधान के साथ आसपास के लोग अनीस के घर पहुंचे और बेटी के बारे में पूछा तो पति-पत्नी आना-कानी करने लगे। शक होने पर प्रधान अक्षय आसपास के लोगों के साथ घर के भीतर घुस गए। कमरों में देखा तो बच्ची दिखी नहीं। इसके बाद छत पर गए तो वहां रखे मौरंग के ढेर और लकड़ियों के गट्ठर से कराहने की आवाज सुनाई दी। गांव वालों ने जाकर देखा तो बच्ची लकड़ियों के ढेर के बीच मरणासन्न हालत में पड़ी हुई थी। बच्ची की हालत देखकर लोग कांप गए। तुरंत एंबुलेंस और अरौल थाने की पुलिस को सूचना दी। एसीपी बिल्हौर मौके पर पहुंची। बच्ची को एंबुलेंस की मदद से कानपुर हैलट भिजवाया। वहां तक पहुंचते-पहुंचते बच्ची की मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। एसीपी बिल्हौर अजय कुमार त्रिवेणी ने बताया कि बच्ची के सिर से लेकर पांव तक चोट ही चोट के निशान मिले हैं। सिर पर किसी भारी वस्तु से कई जगह मारा गया है। पूरे शरीर पर जख्म ही जख्म के निशान हैं। बच्ची के पूरे कपड़े खून से सने हुए थे। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एसीपी ने कहा कि बच्ची को बुरी तरह यातनाएं दी गई हैं। गांव वालों के सामने भी आरोपी पिता की हैवानियत कम नहीं हुई। गांव के लोग जब से छत पर गए तो बच्ची गंभीर हालत में लकड़ी के बीच बरामद हुई। बच्ची का पिता अनीस इस दौरान भी उसे इस कदर खींचकर बाहर निकाला और पहली मंजिल से ही नीचे फेंकने वाला था, लेकिन ग्रामीण चिल्लाने लगे और इतने से भी नहीं रुका और जीने पर पटक दिया। इसके बाद फिर उसे खींचकर एंबुलेंस तक ले गया। इस दौरान वहां चौकी की पुलिस फोर्स पहुंच गई थी। जघन्य हत्याकांड का खुलासा गांव वालों ने ही किया। ग्राम प्रधान अक्षय ने बताया कि सिर्फ मां फरजाना ही नहीं पिता अनीस भी इस जघन्य हत्याकांड में बराबर का जिम्मेदार है। फरजाना सौतेली बेटी से सारा दिन काम करवाती। पैसों की कमी पूरी करने के लिए उससे गांव में भीख मंगवाती थी। यह सब पिता अनीस के सामने होता और कई बार तो वह भी बेटी को मारता-पिटता था। हैवानियत की जानकारी गांव वालों को थी। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि सौतेली मां ने पीट-पीटकर बच्ची की हत्या की है। इस दौरान मृतक बच्ची का पिता अनीस भी घर पर था। उसकी मौजूदगी में पिटाई से लेकर जघन्य वारदात हुई, लेकिन वह कुछ नहीं बोला। जबकि फरजाना का ही साथ देता रहा। इसके चलते दंपति के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेजा जाएगा। बच्ची के ननिहाल वालों से संपर्क करके उन्हें रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए बुलाया गया है। अगर कोई नहीं मिला तो पुलिस वादी बनकर मुकदमा दर्ज कराएगी।