संवाददाता।
कानपुर। नगर में नगर निगम ने अनोखा प्रयास करते हुए पहली बार घरों के पीछे बनी सर्विस लेन का संवारने का बीड़ा उठाया था। 6 महीने में ही ये प्रयास दम तोड़ गया। जो गलियां टनों कूड़ों से पटी पड़ी थी, उन गलियों को नगर निगम ने संवारते हुए आदर्श गलियों का निर्माण कराया था। यहां पेंटिंग के साथ ही बैठने तक की व्यवस्था की गई थी।नगर के जोन-4 अशोक नगर के वार्ड नंबर 37 में गली को आदर्श गली बनाया गया था। इसी की तर्ज पर नगर निगम ने अब हर जोन में एक आदर्श गली बनाने का फैसला लिया था। लेकिन अब इनकी पहचान वापस से कूड़े के रूप में होने लगी है। लोग भी इन गलियों में कूड़ा फेंकने लगे हैं और कई-कई दिनों तक यहां कूड़ा ही नहीं उठता है। नगर निगम ने इस कार्य को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया था। लेकिन प्रोजेक्ट 6 महीने में ही दम तोड़ गया। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय संखवार के मुताबिक आदर्श गलियों में कूड़े की समस्या है तो इन्हें तत्काल ही साफ कराया जाएगा। दोबारा से इन्हें आदर्श बनाने के प्रयास शुरू किए जाएंगे। नगर निगम ने अशोक नगर स्थित डा. अनूप अवस्थी क्लीनिक वाली रोड के पीछे स्थित गली के बैक लेन या सर्विस लेन की गंदगी को साफ कर नगर निगम ने पेंट से उसका सौंदर्यीकरण कराया था। फूल पत्ती के साथ योगा की पेटिंग बनाई गई थीं। ताकि क्षेत्रीय लोग साफ-सफाई रखें और बैक लेन में भी बैठ सके।