संवाददाता।
कानपुर। नौबस्ता पुलिस ने सर्राफ आशु सिंह सुसाइड केस के तीसरे आरोपी दिलीप कुशवाहा को भी दो महीने बाद अरेस्ट कर लिया। नौबस्ता हंसपुरम के 3 दबंगों ने प्रॉपर्टी डीलर बनकर सर्राफ का मकान बेचा और पूरी रकम हड़प गए। इसी से परेशान होकर सर्राफ ने सुसाइड कर लिया था। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दो आरोपियों को पुलिस पहले जेल भेज चुकी है। एसीपी नौबस्ता अभिषेक पांडेय ने बताया, मुखबिर की सूचना पर आरोपी बखतौरीपुरवा हनुमंत विहार निवासी दिलीप कुशवाहा को इलाके के मेराज बाबा की मजार के पास से रविवार को अरेस्ट किया है। पूछताछ में आरोपी दिलीप ने स्वीकार किया कि दो अन्य साथियों के बहकावे में आकर सर्राफ आशु सिंह का मकान बेचकर रकम हड़प लिया था। मामले में दो अन्य आरोपी कुलदीप और अजय सिंह परिहार को पहले जेल भेजा जा चुका है। रविवार को दिलीप को भी कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है।आवास विकास हंसपुरम में रहने वाले आशू सिंह (32 वर्ष) की इलाके में ही ज्वैलर्स की शॉप थी। आशू ने 26 अगस्त को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। जानकारी मिलने पर नौबस्ता पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची तो एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। इसमें आशू ने मौत से पहले नोट में लिखा था कि 3 महीने पहले उन्होंने इलाके के रहने वाले कुलदीप सिंह, अजय परिहार और दिलीप कुशवाहा के जरिए 10.50 लाख में अपना एक मकान बेचा था। दबंग कुलदीप, अजय और दिलीप ने 3.50 लाख एडवांस तो दिया था, लेकिन साजिश के तहत मकान बेचने के बाद बची हुई रकम हड़प गए। रुपए मांगने का दबाव बनाने पर जेल भिजवाने की धमकी देते थे। मृतक के भाई हिमांशु की तहरीर पर नौबस्ता पुलिस ने उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और संपत्ति के रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। आरोप सही पाए जाने पर नौबस्ता पुलिस ने आरोपी राजेंद्र नगर नौबस्ता निवासी अजय सिंह परिहार, आवास विकास हंसपुरम निवासी कुलदीप सिंह चौहान और बक्तौरीपुरवा हनुमंत विहार निवासी दिलीप कुशवाहा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।