पेंचबाग के कुख्यात अपराधी बिल्डर कलीम खान उर्फ केके और हाजी वसी के गुर्गों भिंड़ गये थे नाला रोड के कुरैशी गैंग से
इलाकाई पुलिसकर्मियों के संरक्षण पर नाला रोड खलवा में हो रहे गैरकानूनी धंधे।
संवाददाता। कानपुर। नगर में बजरिया थाना क्षेत्र में पच्चीस सितम्बर की शाम को नाला रोड खलवा इलाके में बड़ा गैंगवार होते बचा। यहां पर इलाके के गौकशी करने वाले कुरैशी गैंग और कुख्यात हिस्ट्रीशटर शाहिद पिच्चा गैंग के शूटर आपस में भिंड गये। शाहिद पिच्चा गैंग की तरफ से लारैब मोटा, इरशाद कंजा, फैसल दूध, अमन मलिक आदि थे, तो वहीं कुरैशी गैंग की ओर से काले मियां कुरैशी, नजरे आलम उर्फ मानू, चोरी के वाहनों को काटने वाला शादाब कुरैशी, उसका भाई जैद कुरैशी आदि पिस्टल-तमचें लहराकर आपस में भिंड़ गये। बताया गया कि शाहिद पिच्चा गैंग के अपराधी पेंचबाग के कुख्यात अपराधी बिल्डर कलीम खान उर्फ केके और जेल जा चुके बिल्डर हाजी वसी के बेटे अब्दुर्रहमान के लिये सालों से काम कर रहे हैं, उनके खास गुर्गे हैं। इनका काम ही लैंड माफियाओं के लियेे संपत्तियों को खाली आदि कराना है। पुलिस सूत्रों के अनुसार नाला रोड पर गैंग्स के बीच ये विवाद वसूली लेने के चक्कर में हुआ। दरअसल कुरैशी गैंग द्वारा नाला रोड खलवा में प्रतिबंधित जानवरों को काटने, गैरकानूनी ढंग से मीट बेंचने और बड़े पैमाने पर चोरी-लूट के वाहनों को काटने का काम किया जाता है। कुरैशी गैंग की इसी गैरकानूनी कमाई में हिस्सा बांटने के लिये हाल में जेल से छूटे शाहिद पिच्चा गैंग के शूटर लारेब मोटा, फैसल दूध, इरशाद कंजा आदि पहुंच गये थे। अब चूंकि नाला रोड खलवा में हो रहे गैरकानूनी धंधों को इलाकाई पुलिस के कर्मी कथित तौर पर संरक्षण देते हैं, तो इस मामले में भी विवाद सुलझाने को फूलमति चौकी का कारखास सिपाही और कानपुर आउटर में तैनात सिपाही पहुंच गये थे। आरोप है कि नाला रोड के अवैध धंधों से ये ही दोनों सिपाही मोटी वसूली करते हैं। बताया जाता है लगभग तीन हफ्ते पहले ही नाला रोड गैंग के शादाब कुरैशी ने अपने एक विरोध पर खुलेअआम पिस्टल से फायर झोंक दिया था। उसका खोखा बरामद होने के बावजूद पुलिस ने इन्हीं दोनों सिपाहियों के कारण अभय दान दे दिया।