September 8, 2024

संवाददाता।
कानपुर।

एक संबंधित घटना में, विकलांग, विधवा, बुजुर्ग और छात्र कल्याण समिति के अध्यक्ष रफत महमूद ने नगर के परिवहन निरीक्षक अजीत सिंह और उसके ड्राइवर द्वारा कथित धमकी और मौखिक दुर्व्यवहार के खिलाफ कानपुर नगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। रफत महमूद, जो अपनी सामाजिक और पर्यावरणीय पहलों के लिए जाने जाते हैं, का दावा है कि उन्होंने ड्राइविंग टेस्ट के शेड्यूल के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए, सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम, 2005 के तहत एक औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत किया था। महमूद ने 26 अक्टूबर, 2021 के अपने पहले आवेदन का जिक्र करते हुए स्वचालित ड्राइविंग परीक्षण ट्रैक के संचालन के संबंध में जानकारी मांगी है। विशेष रूप से, वह ट्रैक के दैनिक परिचालन घंटों के बारे में विवरण प्राप्त करना चाहता थे, जो सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक निर्धारित हैं। इसके अतिरिक्त, वह ट्रैक पर आवेदकों के लिए जलपान और भोजन के प्रावधानों के बारे में पूछताछ करते है। परीक्षण ट्रैक निजी और वाणिज्यिक वाहन ड्राइविंग लाइसेंस आवेदकों दोनों को पूरा करता है, परीक्षण प्रक्रिया में प्रति उम्मीदवार को लगभग 15 से 20 मिनट लगते हैं। रफत महमूद शेड्यूलिंग और परीक्षण प्रक्रियाओं में पारदर्शिता के महत्व पर जोर देते हैं, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिनके लाइसेंस समाप्त हो गए हैं, क्योंकि उन्हें पुन: परीक्षण प्रक्रिया के दौरान विलंब शुल्क जमा करना आवश्यक है। रफत महमूद ड्राइविंग टेस्ट शेड्यूलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों से समय पर और व्यापक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने परिवहन आयुक्त कार्यालय से पूरे उत्तर प्रदेश में ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के संचालन के संबंध में पारदर्शिता और जागरूकता को बढ़ावा देने व मांगी गई जानकारी का समय पर और सटीक प्रावधान सुनिश्चित करने का आग्रह किया। अपने पिछले अनुरोध दिनांक 17 मार्च, 2021 (संदर्भ संख्या: 191/सो/2021) का हवाला देते हुए अपने पिछले अनुरोध से संबंधित जानकारी मांग रहे थे। प्रारंभिक आवेदन में, रफत महमूद ने स्थायी स्वचालित ड्राइविंग परीक्षण ट्रैक के संचालन के संबंध में विशिष्ट विवरण मांगा था। जनसूचना के तहत अपने आवेदन के बारे में पूछताछ करने के लिए संभागीय परिवहन कार्यालय गए तो उन्हें धमकियों और अपमानजनक भाषा का सामना करना पड़ा। यह घटना 17 नवंबर, 2023 को अपराह्न 3:00 बजे के आसपास हुई, जिसमें परिवहन निरीक्षक अजीत सिंह और उसके ड्राइवर शामिल थे, जिन्होंने कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और आरटीआई आवेदन को वापस लेने की मांग की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सिंह ने न केवल रफत महमूद से गाली-गलौज की, बल्कि आवेदन शीघ्र वापस नहीं लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी। रफत ने दावा किया की घटना के समय पुष्पेंद्र चपरासी सहित कई व्यक्ति मौजूद थे जिन्होंने इस घटना को देखा। उन्होंने अपनी औपचारिक शिकायत में नियमों के उल्लंघन और सूचना के अधिकार की घोर उपेक्षा का हवाला देते हुए पुलिस से अधिकारी और उसके ड्राइवर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया है। 21 नवंबर, 2023 की शिकायत में इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कानूनी कार्रवाही का अनुरोध किया गया है। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया है कि वह इस मामले की तुरंत जांच करे और सरकारी अधिकारी और उसके ड्राइवर द्वारा कथित कदाचार को संबोधित करने के लिए उचित कानूनी कार्रवाही करें। जिसके बाद कानपुर कमिश्नरेट के अधिकारी ने इसका संज्ञान लेते हुए घटना की जांच रेव मोती चौकी प्रभारी पवन को सौपी, जाँच में पाया गया रफत महमूद ने आर टी आई के माध्यम से संभागीय परिवहन कार्यालय से सूचना चाही थी। जिसे वह स्वयं लेने पहुँच गये, संभागीय परिवहन निरीक्षक अजीत सिंह ने उन्हे सूचना देने से इनकार करते हुए कहा आपके द्वारा मांगी गई जनसूचना पत्र में अंकित पते पर डाक से भेज दिया जाएगा। उप निरीक्षक ने बताया रफत महमूद द्वारा दिये गए पत्र में आर टी आई के माध्यम से सूचना मांगने पर संभागीय परिवहन कार्यालय द्वारा दी गई सूचना में भ्रांति पाई गई। 

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