संवाददाता।
कानपुर। जूही गढ़ा में स्थित श्रमिक शहादत स्तंभ में बुधवार को लोगों ने शहीद श्रमिकों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 6 दिसंबर 1977 को बकाया वेतन मांग रहे श्रमिकों पर गोलियां चला दी गई थीं, जिसमें 13 मजदूरों की मौत हुई थी। उनकी याद में जूही गढ़ा स्थित नगर निगम पार्क में स्तंभ बनाया गया था। क्षेत्रीय पार्षद पति सुनील कनौजिया ने बताया, हर साल श्रमिकों की शहादत को याद किया गया था। कभी एशिया की सबसे बड़ी कॉटन मिल में शुमार स्वदेशी काटन मिल में हजारों मजदूर काम करते थे। अपना बकाया वेतन मांगने को लेकर विवाद बढ़ा और मजदूरों पर गोलियां चला दी गई थीं। कभी उनकी याद में बड़े कार्यक्रम होते थे, लेकिन श्रमिकों के पलायन के बाद शहादत को याद करने वाला कोई नहीं बचा।जर्जर शहीद स्तंभ की मरम्मत के बाद बुधवार को आयोजन हुआ। कानपुर बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष अशोक मिश्रा भूटानी के साथ श्रमिकों की शहादत को याद कर पुष्प अर्पित किए गए। श्रद्धांजलि सभा के दौरान पार्षद शालू कनौजिया, जवाहर यादव, बलवान सिंह, अवधेश यादव और सुरेश समेत अन्य लोग मौजूद रहे।