October 18, 2024

संवाददाता।
कानपुर।
नगर में एक क्रिश्चियन स्कूल में शिक्षिका द्वारा बच्चे का धर्म परिवर्तन कराए जाने के आरोप के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कानपुर प्रांत द्वारा सोमवार को स्कूल के बाहर बड़ा आंदोलन करेंगे। यह जानकारी प्रांत मंत्री विक्रांत अग्निहोत्री ने रविवार को बेनाझाबर स्थित कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन में करीब 500 कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे और शिक्षिका पर कार्रवाई की मांग करेंगे। कैंट स्थित क्रिश्चियन स्कूल में क्लास की शिक्षिका द्वारा कक्षा 10 के बच्चे की चर्च में चोटी काटना और मोबाइल पर अश्लील बातें करने का मामला सामने आया था। बच्चे के पिता का आरोप है कि शिक्षिका ने बच्चों को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर उसका माइंड वासकर उसका धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया। एक दिन बच्चा अकेले कमरे में बैठकर मोबाइल पर चैटिंग कर रहा था तभी मैंने उसका मोबाइल छीन लिया और देखा तो वह अपनी शिक्षिका से बातें कर रहा था। उसमें अश्लील फोटो और चैटिंग पड़ी हुई थी, जब मैंने उस महिला के बारे में पूछा तो बच्चे ने बताया कि यह क्लास की शिक्षिका है।पिता का आरोप है कि जब घर में पत्नी भगवान की पूजा के समय घंटी बजाती थी तब बच्चे को बहुत तकलीफ होती थी। वह धीरे-धीरे धर्म अध्यात्म की तरफ से दूर हो रहा था, ना ही वह पूजा में बैठकर हिस्सा लेता था। बच्चों के मुताबिक पिछले चार माह पहले शिक्षिका ने चर्च के पास बुलाया और उसकी चोटी काट दी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कानपुर प्रांत के महानगर मंत्री मयंक पासवान ने बताया कि विद्यार्थी परिषद का एक प्रतिनिधित्व मंडल जब इस मामले की जानकारी के लिए स्कूल पहुंचा तो वहां पर सोशल साइंस की किताब में बने सभी महापुरुषों की फोटो और उनके चैप्टर पर एक बड़ा सा क्रॉस का निशान बना था, जब इसके बारे में स्कूल के फादर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह चैप्टर पढ़ाए नहीं जाने हैं, क्योंकि यह चैप्टर परीक्षा में पूछे नहीं जाते हैं। इसीलिए इनमें क्रॉस का निशाना बनाया गया है। विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने बताया कि जब वह विद्यालय में फादर से बातचीत करने गए तो वहां मौजूद किसी भी बच्चों के हाथ में कलावा और माथे पर टिका तक नहीं था। इसके बारे में जब बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहां पर यह सब चीज प्रतिबंधित है। बच्चे के पिता ने कहा कि कैंट थाने में तहरीर दी और मोबाइल के सारे सबूत भी पुलिस को दे दिए हैं। इसके बावजूद पुलिस मुकदमा नहीं दर्ज कर रही है, जबकि फोटो वीडियो और चैट से साफ समझ में आ रहा है की शिक्षिका ने बच्चों को प्रेम जाल में फंसाया है। इसके बावजूद पुलिस और सबूत मांग रही है। पिता ने बताया कि जब स्कूल में इस बात की शिकायत की तो शिक्षिका ने कहा कि बच्चे ने मेरा मोबाइल हैक कर लिया था और इसके बाद उसने खुद से यह मैसेज और फोटो ले ली है। पिता का आरोप है कि पुलिस ने कई बार थाने बुलाकर स्कूल वालों से बातचीत कराई। थाने में मैं अकेला और स्कूल की तरफ से कई शिक्षक आए थे, जिन्होंने मेरे ऊपर दबाव बनाकर मामले को दबाने का प्रयास किया। 

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