कानपुर। रविवार से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र के लिए शहर के दुर्गा देवी के छोटे –बडे मंदिर पूरी तरह से सज गए हैं। रविवार से मंदिरों पर मां दुर्गा की आराधना शुरू हो जाएगी जहां नौ दिनों तक उपासना व पूजन-अर्चन का कार्यक्रम होगा। शारदीय नवरात्र को देखते हुए देवी मंदिरों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार सुबह से ही मंदिरों में भक्तों के उमड़ने का सिलसिला जारी हो जाएगा। शनिवार को शहर के प्रसिद्ध तपेश्वंरी मंदिर, कालीमठिया मंदिर, बाराह देवी मंदिर,जंगली देवी समेत अन्य मंदिरों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाता रहा। सुरक्षा के दृष्टिकोण को देखते हुए मन्दिर प्रशासन के वालन्टियरों के साथ ही प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए हैं। वहीं देवी मंदिरों को सजाने के साथ ही मंदिर के बाहर पूजन-अर्चन की सामग्री की दुकानें भी सज गई हैं। देवी मंदिरों के साथ ही पूजा-पंडालों को सजाने के लिए भी दुर्गा पूजा समितियां जुटी हुई हैं। शहर व उसकी सीमाओं से सटे क्षेत्रों में नौ दिनों तक मां दुर्गा पूजा की धूम मची रहेगी। आदिशक्ति माता के नौ रूपों के पूजन विशेष तौर में शारदीय नवरात्र के लिए माता के भक्त तैयारियों में जुटे रहे। वहीं 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले आदि शक्ति की उपासना के पर्व की तैयारियां शनिवार को तमाम छोटे बडे मंदिरों में चलती रही। इसके लिए पुलिस विभाग की ओर से नगर के प्रमुख मंदिरों में भक्तों की भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलवा भीड़ मैनेजमेंट के लिए विशेष तैयारियां कई गई हैं. मंदिरों में बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्था की गई है.साथ ही भक्तों की ओर से माता पर पुष्प, प्रसाद आदि जो भी प्रसाद अर्पित करेंगे उनको हटाने के लिए मन्दिर प्रशासन व प्रबन्धन की ओर से वालन्टियरों की तैनाती भी कर दी गयी। कानपुर के ऐतिहासिक तपेश्वरी मंदिर में भीड़ को मैनेज करने के लिए बैरिकेडिंग लगाई गईं हैं। वहां पर महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग द्धार से प्रवेश दिया जाएगा। निकासी के लिए भी अलग –अलग द्धार तैयार किए गए हैं। वहीं बाराहदेवी मंदिर में भी व्यवस्थाएं चाक चौबंद कर दी गई है. यहां भक्तों को मेन गेट से प्रवेश दिया जाएगा व पीछे वाले गेट से श्रद्धालुओं को मंदिर से बाहर निकाला जाएगा।