संवाददाता।
कानपुर। नगर के विकास कार्यों को लेकर बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बैठक ली, इस बार फिर पिछली बैठक की तरह दोनों सांसद सत्यदेव पचौरी और देवेंद्र सिंह भोले बैठक में शामिल नहीं हुए। इसमें महापौर, कई विधायक और एमएलसी शामिल हुए। बैठक में कानपुर रिंग रोड के अलावा कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे के कामों की समीक्षा हुई। साथ ही कानपुर साउथ में एक तहसील बनाए जाने का प्रस्ताव भी राजस्व परिषद को भेजने का फैसला हुआ। बैठक के दौरान अफसरों ने सतीश महाना को बताया कि कानपुर रिंग रोड का काम तीन फेज में शुरू हो चुका है। चौथे फेज की टेंडर प्रक्रिया चल रही है। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का काम का भी दो हिस्सों में होना तय हुआ है। लखनऊ के शहीद पथ से बनी तक 6 लेन के पहले फेज में 33 फीसदी काम पूरा हो गया है। इसकी समय सीमा 30 जुलाई 2025 को खत्म होगी। फेज-2 में एक्सप्रेस-वे एलिवेटिड बनना था। इसे कानपुर रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। इस फेज का भी 32 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यह फेज मई-2025 में पूरा हो जाएगा। शुक्लागंज का पुराना पुल बंद हो जाने के बाद उसी जगह पर नया पुल बनाने के लिए सेतु निगम से प्रस्ताव बनवाकर शासन को भेजा जाएगा। सतीश महाना ने बैठक के दौरान अफसरों से कहा कि विकास कार्य तय समय पर पूरे होने चाहिए। अगर विभाग को किसी भी तरह की अड़चन सामने आ रही है तो सीधे समस्या को मेरे सामने रखें। विकास कार्यों को प्राथमिकता पर कराना है।