संवाददाता।
कानपुर। नगर के वरिष्ठ साहित्यकार को रूस की साहित्यिक संस्था ने रूस के साहित्य पर कार्य करने के लिए वीएम तेरोखोव स्मृति सम्मान से सम्मानित किया है। मूल रूप से कानपुर जनपद के नरवल तहसील के नौगवां गौतम गांव निवासी रूप सिंह चंदेल वरिष्ठ कथाकार और अनुवादक हैं। वर्तमान में वे हरियाणा के रेवाड़ी धारूखेड़ा में रह रहे हैं। रूप सिंह चंदेल ने अब तक लगभग 80 पुस्तकें लिखी हैं। उनके साहित्य पर दो दर्जन से अधिक शोधार्थी शोध कर चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक योगदान के लिए उन्हें रूस की साहित्यिक संस्था वी एम तेरेखोव स्मृति संस्था ने मानद उपाधि प्रदान की है। रूसी संस्था ने कथाकर व अनुवादक रूप सिंह चन्देल को रूसी साहित्य के लिए किए गए उनके कार्य के लिए वर्ष 2022 में वी एम तेरोखोव स्मृति सम्मान प्रदान किया था। उन्होंने रूसी साहित्य को लेकर बहुत कार्य किया है। उन्होंने लेव तोलस्तोय के अंतिम उपन्यास हाजी मुराद, उन पर तीस संस्मरणों तोलस्तोय का अंतरंग संसार के अनुवाद के साथ हेनरी त्रोयत की लिखी तोलस्तोय की जीवनी का अनुवाद किया है। उन्होंने मिखाईल फ्योदोर दॉस्तोएव्स्की की मौलिक जीवनी लिखी है। इन दिनों वह तोलस्तोय की डायरी का अनुवाद कर रहे हैं। रूसी साहित्य संस्था द्वारा सम्मानित होने पर नगर के वरिष्ठ कवि जयराम सिंह गौर, सुषमा सेंगर, धीरपाल सिंह ‘धीर’ आदि लोगों ने खुशी व्यक्त की है।