October 23, 2024

संवाददाता।
कानपुर। इटावा के पास सराय भूपत रेलवे स्टेशन पर दरभंगा स्पेशल लौहपथगामिनी अग्निकांड की जांच अब रेलवे सुरक्षा आयोग को सौंपी गई है। इसके तहत लखनऊ परिक्षेत्र के मुख्य संरक्षा आयुक्त (रेलवे) जनक कुमार गर्ग शनिवार सुबह इटावा पहुंचेंगे। जांच के लिए 72 रेलकर्मियों को तलब किया गया है। बुधवार शाम 5:29 बजे दिल्ली से कानपुर जा रही दरभंगा स्पेशल के स्लीपर कोच में आग लगी थी। चीख-पुकार सुनकर गार्ड ने वॉकी-टॉकी से बात करके ट्रेन रुकवा दी थी। घटना में आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। मुख्य संरक्षा आयुक्त घटनास्थल पर आग लगने के कारणों को जानने के लिए जली चारों बोगियों (एस-1,एस-2,एस-3, एसएलआर) का परीक्षण करेंगे, साथ ही अग्निकांड का सीन रीक्रिएशन भी करेंगे। प्रथम दृष्टया झोले में भरे पटाखों से विस्फोट या फिर शॉर्ट सर्किट के बोगी में आग लगने की बात कही जा रही है। घटना की सच्चाई जांच के बाद ही स्पष्ट होगी। तभी लोगों को हकीकत पता चल पाएगी। सीआरएस यानी रेलवे सुरक्षा आयोग एक सरकारी एजेंसी है, जो रेलवे सेफ्टी अथॉरिटी के तौर पर काम करती है। इसका काम ट्रेन के सफर में सुरक्षा और संचालन को सुनिश्चित करना है। इसका एक अहम काम बड़े ट्रेन हादसों की जांच-पड़ताल करना है। सबसे खास बात कि यह रेल मंत्रालय के नियंत्रण में न होकर मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करती है ताकि ये रेलवे बोर्ड और विभागों के प्रभाव से दूर रह सके। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित सिंह के मुताबिक जांच के लिए सुबह 10 से शाम 6 बजे के बीच सराय भूपत से जसवंत नगर स्टेशन का परिचालन स्टाफ, ट्रेन का रनिंग स्टाफ (गार्ड, चालक. हेल्पर, अटेंडेंट), कैरिज एंड वैगन स्टाफ समेत 72 रेलकर्मी बुलाए गए हैं। 

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