संवाददाता।
कानपुर। नगर में राष्ट्रीय विकलांग पार्टी ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखे जाने और अपनी ही पार्टी के पूर्व पदाधिकारी को लीगल नोटिस भेजे जाने की बात कही है। राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के महासचिव ने शास्त्री नगर में एक बैठक का आयोजन किया। कांग्रेस पार्टी में विलय किए जाने की खबरों के बाद बैठक आयोजित की गई। राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र कुमार ने पार्टी के विलय होने की खबरों को खंडित कर दिया। इसके साथ उन्होंने कहा की जो सदस्य अब पार्टी का हिस्सा नहीं है, वह कहीं भी जाए, इसकी दिक्कत नहीं, लेकिन अगर वह पार्टी के विलय होने का ऐलान करता है तो इस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नगर के शास्त्रीनगर स्थित सेंट्रल पार्क में राष्ट्रीय विकलांग पार्टी ने बैठक का आयोजन किया। गुरुवार दोपहर दिव्यांगजन और पदाधिकारी इस बैठक में शामिल हुए। पूरा मामला बुधवार को शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में पार्टी विलय किए जाने की खबर के बाद सामने आया। राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र कुमार ने बताया की तन्मय श्रीवास्तव जो की राष्ट्रीय विकलांग पार्टी में पहले उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के पद पर थे। तन्मय पार्टी का हिस्सा नहीं है। लेकिन बुधवार को उन्होंने कांग्रेस कमेटी में राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के विलय होने की खबरें जगह-जगह फैलाईं और खुद जाकर वहां पार्टी ज्वाइन कर ली। वीरेंद्र कुमार ने कहा की तन्मय श्रीवास्तव पार्टी का हिस्सा नहीं है, वह कहीं भी जाकर किसी भी पार्टी में जॉइनिंग कर सकते हैं। लेकिन उन्होंने पार्टी का सदस्य ना होने के बाद भी राष्ट्रीय विकलांग पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय होने का ऐलान वहां किया। इसके बाद राष्ट्रीय विकलांग पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते देश में सभी पदाधिकारी को उसकी जानकारी दी गई। इसलिए आज दिव्यांगजनों की बैठक की गई है। पदाधिकारियों से बात करके यह तय किया गया है कि इस मामले में राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खड़गे को एक शिकायती पत्र लिखा जाएगा। इसके माध्यम से यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि कांग्रेस कमेटी कानपुर में फर्जीवाडे का खेल चल रहा है। इसके साथ ही तन्मय श्रीवास्तव जो कि पहले राष्ट्रीय विकलांग पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष था अब वह इस पार्टी में किसी भी पद पर नहीं है ना ही सदस्य है। कानूनी सलाह लेकर तन्मय श्रीवास्तव को भी नोटिस भेजने का काम किया जाएगा।