भगवा हिजाब पहनने पर भाइयो ने भरी ठंड में घर से निकाला बाहर।
संवाददाता।
कानपुर। नगर में अभी एक मामला बहुत चर्चा में है जिसमे हमने अभी पिछले दिनों एक खबर प्रकाशित करी थी। जिसमे हमने बताया था कि किस प्रकार भगवा रंग का रूपट्टा पहनने वाली युवती के साथ अन्याय हो रहा था। जिसमे बताया गया था कि शहर काजी हाफिज अब्दुल कुद्दूस पर भगवा हिजाब पहनने वाली युवती अलहिवा हाशमी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि शहरकाजी ने कहा कि शरई अदालत में तुम्हारा फैसला होने के बाद भी तुम सीएम योगी आदित्यनाथ से मिली हो और भगवा हिजाब पहन रही हो। अब तुम हिन्दू बन गई हो मुस्लिम नहीं रह गई। शहर में रहने लायक भी नहीं बची हो। इस खबर के प्रकाशन के बाद से नगर में यह मामला हाईप्रोफाइल बन गया था। जिसके बाद भगवा हिजाब पहनने वाली युवती का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमे युवती कहते हुए दिख रही है कि वो अपनी अम्मी और भाइयों के साथ रहती है, उनके पिता जी जो संपत्ति पैसा, जेवरात, मकान इत्यादि उनके नाम पर छोड़ कर गए थे। उस संपत्ति को उनके भाइयों ने मारपीट करके जबरदस्ती अपने नाम करवा लिया है। और उन्हें घर से बेदखल कर दिया है, आगे उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत लेकर वो शहर काजी के पास गई थी और शहरकाजी से उन्होंने ये सब बात बताई थी कि उनके भाइयों ने उनका खाना पीना बन्द कर और उनकी संपत्ति जबरदस्ती अपने नाम करवाकर उनको घर से भगा दिया है। उसके बाद शहरकाजी ने उनसे कहा कि हम सब ठीक करवा देंगे। शहरकाजी ने उनसे कहा कि तुम्हारा खाना पीना, कपड़े लत्ते, और 3000 रुपये एक भाई से और 2000 रुपये एक भाई से मिलेंगे। लेकिन उनके भाइयो ने ये सब देने से मना कर दिया, उन्होंने वीडियो में आगे कहा कि इसकी शिकायत लेकर मैं शहरकाजी के पास गई तो शहरकाजी ने उन्हें सुअर… की गाली देते हुए खुली रज़ा मस्जिद में डंडा उठाया। उन्होंने बताया कि शहरकाजी उनके ऊपर खिसियाये बोले कि वो शिकायत लेकर योगी जी के जनता दरबार में चली गयी है। इसलिए शहरकाजी उनसे कहते है कि तुम अब हिन्दू हो गयी हो, अब तुम उन्ही के पास जाओ अब तुम्हारा खर्चा वो ही उठाये। और वो ही सब कुछ करे तुम इस घर मे रहने लायक नही हो। महिला ने आगे बताया कि यदि मैं भगवा रंग का रूपट्टा ओढ़ लेती हूं तो ये लोग मुझे धमकाते है कि योगी जी की तरफ हो गयी हो। उन्होंने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि उनका शहरकाजी तो उनकी बात सुन नही रहे है इसलिए वो सरकार से न्याय की गुहार लगा रही है उनका कहना है कि इतनी भरी ठंड में इस शहरकाजी ने मेरे भाइयो से मेरा खाना पीना बन्द करवा दिया है मुझे रात में ओढ़ने के लिए रजाई या कम्बल कोई भी गर्म कपड़ा नही दिया जाता है जो भी सब मेरे भाइयों ने जब्त कर लिए है। मैं तख्त पर सिर्फ रूपट्टा ओढ़कर सोती हूँ। तो मुझ अबला स्त्री को न्याय मिलना चाहिए।
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