संवाददाता।
कानपुर। नगर की सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक, इस बार यूपी में कड़ाके की ठंड के आसार कम होते जा रहे हैं। एक तरफ जहां पहाड़ों में अभी तक कड़ाके की ठंड नहीं शुरू हो सकी है, वहीं मैदानी इलाकों में भी ठंड हवाओं की नियमित गति नहीं बन सकी है। दरअसल, इस बार अलनीनो के प्रभाव से मजबूत पश्चिमी विक्षोभ नहीं बने हैं। दिसंबर में भी इनके बनने की उम्मीद कम होती जा रही है। यूपी में बीते 24 घंटे के मौसम की बात करें तो बरेली सबसे ठंडा रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 10.5°सी दर्ज किया गया। वहीं प्रयागराज प्रदेश में सबसे गर्म रहा, यहां का अधिकतम तापमान 29.1°सी रिकॉर्ड किया गया। आज कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आ रहा कानपुर की सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक, यूपी में पश्चिमी विक्षोभ ही ठंडी हवाएं लेकर आते हैं और इसकी कन्टीन्यूटी बनाते हैं। सर्दी में पश्चिमी विक्षोभ का महत्व ज्यादा होता है। इस बार पहला पश्चिमी विक्षोभ असरदार नहीं रहा। 23 नवंबर यानी आज एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। उम्मीद है कि सिस्टम थोड़े समय के लिए रुकेगा और कमजोर स्थिति में रहेगा। यानी अभी कड़ाके की ठंड नहीं पड़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने पर पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो जाती है। उसके बाद उस दिशा से आ रही हवा मैदानी क्षेत्रों में ठंडक लाती है। आमतौर पर विक्षोभ अक्टूबर के अंत से बनने शुरू होते हैं। नवंबर आते-आते कई विक्षोभ सक्रिय हो जाते हैं। इस बार विक्षोभ सामान्य से काफी कम बने हैं। मौसम विज्ञानी के मुताबिक, कानपुर मंडल में अगले 5 दिनों तक हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के अनुमान हैं। बादल के छाने से तापमान में वृद्धि हो सकती है। हालांकि अभी बारिश की कोई संभावना नहीं है।