कानपुर |कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के तहत लगभग 5.5 किमी लंबे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के पहले क्रॉस आर्म का निर्माण कार्य
शुरू कर दिया गया है। निर्माणाधीन नौबस्ता मेट्रो स्टेशन पर उक्त सेक्शन का पहला क्रॉस आर्म शुक्रवार को खड़ा किया गया। भविष्य में इसका इस्तेमाल मेट्रो स्टेशनों की लंबाई बढ़ाने में किया जा सकता है। वर्तमान में मेट्रो स्टेशनों की लंबाई 80 मीटर तक निर्धारित की गई है जिसे यात्रियों की संख्या बढ़ने के अनुसार बढ़ाया जाएगा।
बारादेवी-नौबस्ता सेक्शन के प्रत्येक मेट्रो स्टेशन पर चार क्रॉस आर्म्स रखे जाएंगे। बारादेवी को छोड़कर हर स्टेशन पर दोनों तरफ दो-दो क्रॉस आर्म लगाए जाएंगे। बारादेवी स्टेशन के कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर अंडरग्राउंड सेक्शन की तरफ 1 और उस स्टेशन के दूसरी तरफ 3 क्रॉस आर्म लगाने की योजना है। इस प्रकार इस खंड में कुल 20 क्रॉस-आर्म्स रखे जाने हैं। ‘क्रॉस आर्म’ की मुख्य विशेषताओं में यह शामिल है कि इसका उपयोग पियर कैप के स्थान पर किया जा सकता है। मेट्रो के ऊंचे ढांचे में पियर्स (खंभों) पर क्रॉस आर्म्स लगाए गए हैं। इन क्रॉस आर्म्स को पियर कैप और गर्डर्स की तरह ही कास्टिंग यार्ड में पहले से डाला जाता है और बाद में क्रेन की मदद से निर्धारित स्थान पर रखा जाता है।
मेट्रो इंजीनियरों ने पहले ही स्टेशनों की लंबाई करीब 60 मीटर बढ़ाने की तैयारी कर ली है ताकि जरूरत के मुताबिक स्टेशनों की लंबाई 80 मीटर से बढ़ाकर 140 मीटर तक की जा सके. फिलहाल स्टेशनों की मौजूदा लंबाई के हिसाब से चार कोच वाली मेट्रो ट्रेन चलाई जा सकती है। कानपुर मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) में फिलहाल तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन चल रही है। भविष्य में मेट्रो स्टेशनों की लंबाई 140 मीटर तक बढ़ाई जा सकती है और इस पर छह कोच वाली मेट्रो ट्रेनों का परिचालन किया जा सकता है।
गौर तलब है कि हाल ही में, निर्माण का कार्य इस सेक्शन के बारादेवी और किदवई नगर स्टेशनों पर पाई-गर्डर्स का काम भी शुरू कर दिया गया है। इन पाई-गर्डर्स के आधार पर मेट्रो स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा।
वर्तमान में, कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के पहले कॉरिडोर के तहत बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के अलावा, कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत खंड और चुन्नीगंज-नयागंज भूमिगत खंड पर भी निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।