एक लाख चौरासी हजार वादों का निस्तारण कर संग बावन करोड़ से अधिक का राजस्व संग्रह
संवाददाता।
कानपुर। विधिक प्राधिकरण अध्यक्ष प्रदीप सिंह जी ने दीप प्रज्वलन के बाद राष्ट्रीय लोक अदालत में भागीदारी करने वाले सभी न्यायिक अधिकारियों को संबोधित करते हुए बोला कि इस लोक अदालत में हमे आमजन को संतुष्ट करना है लोक अदालत में वहीं वादकारी आता है जो परेशान होकर वादों का त्वरित निस्तारण संतुष्टि पूर्वक चाहता है। चूंकि हम लोगो के पास हर तरीके के वाद आते है जिसमे अपराधिक कृत्यों के वादों की संख्या अधिक्तर होती है। जिसके निस्तारण के लिए हम लोगो को विवेक और दृढ़ विचारों के साथ उसका निस्तारण करना होता है। परंतु हमे लोक अदालत में आये वादकारियों को मानवीय विचारों के साथ उनकी परिस्थितियो को देखते हुए उनके वादों का संतुष्टि पूर्वक निस्तारण करना चाहिए। उसके उपरांत विधिक प्राधिकरण सचिव शुभी गुप्ता जी ने बताया कि आज की राष्ट्रीय लोक अदालत में 1,75,000 से अधिक वादों के निस्तारण और करोड़ो के राजस्व संग्रह का लक्ष्य रखा गया है। जिसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है, और हम लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। लायर्स अध्यक्ष रविन्द्र शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि हम अधिवक्ताओं को सामंजस बनाकर वादकारियों के वादो के निस्तारण में सहयोग करना चाहिए। हम सभी अधिवक्ता भाइयो का पूर्ण रूप से इस प्रायोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में सहयोग रहेगा। आज सुबह सुबह ही मैंने एक स्वप्न देखा था। जिसमे कानपुर राष्ट्रीय लोक अदालत के मामलों के निस्तारण में प्रथम स्थान पर आया है। मेरी अभिलाषा भी ये है कि यह स्वप्न सच हो। इसके बाद राष्ट्रीय लोक अदालत की कार्यवाही शुरू की गई जिसमें एक लाख चौरासी हज़ार छह सौ अड़तालीस (184648) वादों का निस्तारण कर कुल बावन करोड़ अस्सी लाख नौ हजार दो सौ तेईस (52809223) रुपये के राजस्व का संग्रह किया गया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय प्रमोद कुमार-II, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शुभी गुप्ता, नोडल अधिकारी विनय सिंह, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण राकेश कुमार शुक्ला, ध्रुव कुमार तिवारी सहित जनपद न्यायालय के समस्त न्यायाधीशगण व बार एसोसिएशन के पदाधिकारीगण उपस्थित रहें।