संवाददाता।
कानपुर। नगर के पुलिस कमिश्नर ऑफिस में एक फरियादी रोते-रोते बेहोश हो गई।उसके चीखने-चिल्लाने और गश खाकर गिरने के बाद अधिकारी हरकत में आए। उन्होंने महिला को संभाला। उसकी आपबीती सुनी। महिला ने बताया कि दबंग उसका मकान हड़पना चाहते हैं। उन्होंने मकान हड़पने के लिए उसकी बेटी को 16 फरवरी को जहर दे दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। उसने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस कमिश्नर ने मामले में उच्च स्तरीय जांच और कार्रवाई का आदेश दिया है। अनूप कुमार टंडन उनकी पत्नी सावित्री टंडन के साथ विजय नगर जे-ब्लॉक में रहते हैं। आज दोपहर में दोनों पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचे। सावित्री टंडन ने बताया, उनका मकान को लेकर पड़ोसी रामकेवल गुप्ता, ओरीलाल गुप्ता, संजय गुप्ता, टीटू गुप्ता, हरिश्चंद्र गुप्ता और ईश्चर चंद्र शर्मा से विवाद चल रहा है। उनका आरोप है कि मकान पर कब्जा करने की नीयत से उन लोगो ने उनकी सहेली पिंकी से साठगांठ कर ली। बाद में उनके घर में ही किराए पर कमरा दिलवा दिया। कैंसर पेशेंट होने के चलते पिंकी का निधन हो गया, लेकिन उनके यहां आने वाले कमल मिश्रा नाम के व्यक्ति ने फिर भी मकान से अपना कब्जा नहीं छोड़ा। आरोप है कि कमल ने दंपति सावित्री व अनूप टंडन की इकलौती नाबालिग बेटी की जहर देकर हत्या कर दी। इसके बाद भी काकादेव पुलिस मामले में सुनवाई नहीं कर रही है। थानेदार से लेकर पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में किसी अफसर के सुनवाई नहीं करने से महिला परेशान है। आज महिला अपने पति के साथ कमिश्नर ऑफिस पहुंची थी। वह बेटी के हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चीख-चीख कर रोने लगी। उसने कहा कि उसे न्याय चाहिए। इसके बाद बेहोश होकर गिर पड़ी। पुलिस कमिश्नर की स्टाफ अफसर अमिता सिंह खुद ऑफिस से बाहर आईं और महिला को संभाला। यह सब देख पुलिस कमिश्नर हरकत में आए और अमिता सिंह को मामले में जांच का आदेश दिया। महिला ने बताया कि उनके घर में रहने वाला कमल मिश्रा परिवार में घुल-मिल गया था और उसने परिवार के सभी सदस्यों का विश्वास जीत लिया था। 16 फरवरी को बेटी की तबियत बिगड़ी तो कमल उसे दवा दिलाने ले गया था, लेकिन लौटकर आया तो कमल ने जो दवा बेटी को दी उससे तबियत अचानक बिगड़ गई और कुछ ही देर में मौत हो गई। अंतिम संस्कार के बाद कमरे की सफाई के दौरान कमल के कपड़े से सल्फास की गोलियां मिली तो परिवार के लोगों को संदेह हुआ कि कमल ने विरोधियों संग साजिश करके मकान हड़पने की नीयत से उनकी बेटी की हत्या की है। क्योंकि बेटी मकान की इकलौती वारिश थी। उसे रास्ते से हटाने की नीयत से हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस कमिश्नर की स्टाफ अफसर अमिता सिंह ने बताया कि महिला की तहरीर लेकर मामले में उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। सीओ स्तर के अफसर की निगरानी में पूरे मामले की जांच होगी। अगर आरोप सही पाए गए तो मकान हड़पने की नीयत से नाबालिग की हत्या करने वाले एक-एक आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी।