July 10, 2025

संवाददाता।
कानपुर।
वर्ष 2022 से अब तक भूकंप के कभी हल्के तो कभी पूरा अहसास कराने वाले झटके नगर में महसूस किए जा रहे हैं। अक्टूबर 2023 में तीन बार और इस नवंबर में पहली बार शहर में झटके महसूस किए गए। बीते 2 सालों में 8 बार हल्के तो कभी तेज भूकंप के झटके आए। 4 नवंबर को 11:32 बजे रात में आए भूकंप के झटके पूरे नगर में तीव्रता के साथ महसूस किए गए। एक बार नहीं बल्कि लगातार कई बार आए झटकों ने शहरवासियों की चिंता भी बढ़ा दी। कानपुर भूकंप की संवेदनशीलता की दृष्टि से जोन तीन में आता है। जोन तीन के कारण कानपुर को संवेदनशील माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कानपुर ही नहीं उत्तराखंड और आसपास भूकंप के इतिहास का अब तक जो अध्ययन किया गया है। उससे पता चलता है कि कानपुर, लखनऊ से लेकर पटना समेत पूरा क्षेत्र संवेदनशील है। यहां सैकड़ों साल पहले अधिक तीव्रता के भूकंप आए हैं। इस कारण संभावनाएं तो प्रबल हैं लेकिन समय तय नहीं है। इसमें सैकड़ों वर्ष लग सकते हैं। सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अक्टूबर माह में आए भूकंप के मुकाबले नवंबर के इस भूकंप में कानपुर प्रभावी रूप से दायरे में रहा है। नेपाल में 6.4 की तीव्रता के इस भूकंप की फ्रीक्वेंसी कानपुर आते-आते बहुत धीमी नहीं पड़ी। शहर के कई क्षेत्रों में सतह पर भी झटकों का अहसास हुआ। इस बार केवल हाईराइज भवनों में ही नहीं बल्कि दूसरी व तीसरी मंजिल के लोग भी झटकों से सहम गए। विशेषज्ञों का कहना है कि नेपाल में अंतिम भूकंप 30 अक्टूबर को आया था जो मात्र 2.7 की तीव्रता का था। इसका असर शहर पर नहीं पड़ा था। भूकंप का आंकलन करने वाली संस्था ने जो मैप जारी किया है उससे स्पष्ट है कि कानपुर में इस बार अपेक्षाकृत फ्रीक्वेंसी अधिक थी। आजाद नगर में हाईराइज भवन में रहने वाले सुशील झाझरिया का कहना है कि पूर्व की तुलना में यह झटके डरावने थे। 

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