संवाददाता।
कानपुर। नगर में नवाचार में अपना उल्लेखनीय प्रदर्शन दिखाते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर ने 2023 में कुल 122 इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स दाखिल कर के नया कीर्तिमान हासिल किया है। इसके साथ ही उद्योग भागीदारों के लिए लगभग 14% की असाधारण लाइसेंसिंग दर हासिल की है। अपने इतिहास में सबसे अधिक आईपीआर हासिल करने का यह लगातार तीसरा वर्ष है, जिससे अब तक कुल उपलब्धि 1039 आईपीआर की हो गई है। दायर किए गए 122 आईपीआर में 108 पेटेंट, 4 डिजाइन पंजीकरण, 3 कॉपीराइट और 1 ट्रेडमार्क आवेदन के साथ-साथ 4 यूएस और 2 चाइना पेटेंट शामिल हैं। इस वर्ष 15 प्रौद्योगिकियों के लाइसेंस के साथ 167 आईपीआर भी प्रदान किए गए। मेडटेक और नैनो टेक्नोलॉजी जैसे विभिन्न डोमेन के आविष्कारों के पेटेंट में पोर्टेबल मेडिकल सक्शन डिवाइस और निरंतर फेफड़ों के स्वास्थ्य निगरानी प्रणाली जैसे अभिनव स्वास्थ्य देखभाल समाधान शामिल हैं। अन्य उल्लेखनीय पेटेंटों में सॉलिड-स्टेट सोडियम-आयन बैटरी और नेत्रहीनों और दृष्टिबाधितों के लिए एक किफायती ब्रेल शिक्षण उपकरण शामिल हैं। आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. एस गणेश ने कहा कि, “हम लगातार तीसरे वर्ष अपने संस्थान में 100 से अधिक फाइलिंग का रिकॉर्ड हासिल करते हुए, 122 आईपीआर दाखिल करके गर्व महसूस कर रहे हैं। अनुसंधान और प्रौद्योगिकी की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप आईपीआर की रिकॉर्ड-तोड़ संख्या प्राप्त हुई है और संस्थान को बौद्धिक योगदान के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने में अग्रणी के रूप में स्थापित किया गया है।” उन्होंने कहा कि संस्थान ने कैलेंडर वर्ष में दिए गए आईपीआर की संख्या में भी पर्याप्त वृद्धि देखी। 167 पेटेंटों में, कमरे के तापमान पर अमोनिया का पता लगाने के लिए गैस सेंसर, औद्योगिक अपशिष्ट जल के उपचार के लिए एक विधि और उपकरण, दृष्टिबाधित लोगों के लिए एक स्पर्श घड़ी और गोजातीय में मास्टिटिस का पता लगाने के लिए एक पार्श्व प्रवाह इम्यूनोएसे पट्टी जैसे नवाचार शामिल हैं।आईआईटी कानपुर के स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के प्रोफेसर-इनचार्ज, प्रो. अंकुश शर्मा ने कहा, “मैं अभिभूत हूं कि आईआईटी कानपुर ने 2023 में असाधारण लाइसेंसिंग दर के साथ 122 आईपीआर दाखिल करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है। यह उपलब्धि उस मजबूत अनुसंधान नींव का परिणाम है, जिस पर आईआईटी कानपुर बना है और जहां एक स्थायी भविष्य की दिशा में अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने के प्रयास चल रहे हैं।” ‘इनोवेशन’ श्रेणी में राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग 2023 में शीर्ष स्थान हासिल किया है। इसके अतिरिक्त, संस्थान को सहायक प्रौद्योगिकी गतिविधियों में उत्कृष्ट योगदान के लिए एटीएफ (असिस्टिव टेक्नोलॉजी फाउंडेशन) अवार्ड्स 2023 में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स अवार्ड द्वारा सर्वश्रेष्ठ सहायक प्रौद्योगिकी पहल से सम्मानित किया गया है।