संवाददाता।
कानपुर। नगर में दो लोगों ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सेन पश्चिम पारा थाने के गोपाल नगर में एक बुजुर्ग सिक्योरिटी गार्ड ने सैलरी नहीं मिलने पर फांसी लगाकर जान दी है। लंबे समय से वह बीमार भी चल रहे थे। जबकि सचेंडी में सेना की तैयारी कर रहा युवक फांसी पर झूल गया। दोनों के शव को पुलिस ने जांच के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। गोपाल नगर न्यू आजाद नगर में रहने वाले शिवकुमार पांडेय (58 वर्ष) सिक्योरिटी गार्ड थे। घर पर बने कमरे में उन्होंने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बेटे अंजनि ने बताया कि पिता शिवकुमार का दो सालों से न्योरो का इलाज चल रहा था। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि सुपरवाइजर से कुछ रुपये लेना था। आरोप है कि सुपरवाइजर रुपए ये देने से इन्कार कर धमकी देते हुए कार्रवाई कराने की बात कहता रहा। जिसकी वजह से उन्होंने फांसी लगाकर जान दी है। बेटे अंजनि कुमार की शादी की तैयारियों के चलते घर में मेंटीनेंस का काम चल रहा था। शुक्रवार सुबह जब पिता ऊपर कमरे से नीचे नहीं उतरे तो ऊपर जाकर देखा जहां उनका शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। नीचे सुसाइड नोट रखा था। पति का शव देख बुजुर्ग पत्नी इंदिरा बदहवास हो गईं। अंजनि ने बताया कि उनका दूसरा भाई विशाल पांडेय लखनऊ में एटीएस में कमांडो है, वहीं तीसरे नंबर का भाई अमित पांडेय दवा का व्यापार करते हैं। घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं और सुसाइड कांड के बाद मातम छा गया। बेटे ने सुपरवाइजर के खिलाफ सेन पश्चिम पारा थाने में तहरीर दे दी है। थाना प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद मामले में रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। सचेंडी थाना क्षेत्र के धरमंगदपुर गांव निवासी भैंसों का व्यापार करने वाले पैर से दिव्यांग उदय सिंह ने बताया कि उनका छोटा बेटा अभय सिंह (19 वर्ष) सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था। दोस्त सत्येंद्र, अभि, अमन, पार्थ और सत्यम के साथ तैयारी करने जाता था। नौकरी नहीं लगने पर फाइनेंस एजेंसी में दोपहिया वाहन की रिकवरी करने में लग गया था। बड़े भाई पुष्पेंद्र ने बताया कि गुरुवार सुबह दिबियापुर रूरा कानपुर देहात में रहने वाली मौसी की बेटी की शादी थी। जहां उनकी मां प्रभा, बहन मिनी और सिनी वहां चली गई थीं। घर पर अभय और पिता अकेले थे। बताया कि इसी दौरान उसने घर के पीछे वाले कमरे में जाकर रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। जब दोपहर एक बजे तक वह नहीं दिखा तो पिता उसे बुलाने के लिए ढूंढते कमरे में पहुंचे। जहां दरवाजे खुले पड़े थे और उसका शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के सभी लोग मौके पर पहुंचे। सूचना पर सचेंडी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। सचेंडी थाना प्रभारी योगेश कुमार सिंह ने बताया कि घटनास्थल से किसी प्रकार का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, न ही परिजन कोई कारण बता सके हैं, मामले की जांच कर कार्रवाई की जा रही है।