संवाददाता।
कानपुर। नगर में पुलिस कमिश्नरेट के लिए दो अपराधी कड़ी चुनौती बन गए हैं। बर्रा निवासी अजय ठाकुर जेल से छूटने के बाद ही एक सप्ताह में दो बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ पहले 25 और अब 50 हजार का इनाम घोषित किया है। जबकि बीते 5 महीने से फरार 1 लाख का इनामी रहा भाजपा नेता अशु दिवाकर का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पा रही है। दोनों कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के लिए चुनौती बने हुए हैं। बर्रा में बीते दिनों अपना दल एस के नवनियुक्त जिलाअध्यक्ष नवीन श्रीवास्तव के स्वागत में बाइक रैली निकाली गई थी। इसी रैली में हिस्ट्रीशीटर अजय अजय ठाकुर ने अपने गुंडे शिवांग ठाकुर, अभय भदौरिया, आकाश द्विवेदी, साहिल सोनकर उर्फ शेरा व गौतम मोगा के साथ पथराव कर दिया था। इसमें अपना दल की रैली में शामिल कई लोग घायल हुए और करीब एक दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। इतना ही नही एक युवती ने अजय ठाकुर पर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराया था। अजय ने जेल से छूटने के बाद जनवरी में एक सप्ताह में ही दोनों वारदातों को अंजाम दिया था। इसके बाद बर्रा थाने की पुलिस अजय ठाकुर और उसके गैंग के खिलाफ दोनों मामले में एफआईआर दर्ज करके तलाश में जुटी है। 1 फरवरी को बर्रा थाने की पुलिस ने 25 हजार और अब 9 फरवरी को 50 हजार का इनाम घोषित किया है। बीते 5 महीने से फरार चल रहा कानपुर का भाजपा नेता रहा आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन का कानपुर पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पा रही है। कानपुर कमिश्नरेट के लिए आशु दिवाकर कड़ी चुनौती बन गया है। हांलाकि एसटीएफ की टीम भी आशु की तलाश में लगाई गई है, लेकिन उसे भी कोई सफलता नहीं मिल रही है। आशु दिवाकर चकेरी के किसान बाबूराम सुसाइड केस का मुख्य आरोपी है। किसान के सुसाइड करने के बाद से आशु दिवाकर फरार चल रहा है। किसान बाबूराम की पत्नी बिटान देवी ने आशु दिवाकर और उसके गैंग के खिलाफ चकेरी थाने में आत्महत्या के लिए मजबूर करने और करोड़ों की संपत्ति हड़पने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस आशु दिवाकर गैंग के 6 आरोपियों को अरेस्ट करके जेल भेज चुकी है।