संवाददाता।
कानपुर। नगर में इन दिनों बाजार में पुरुषों की ताकत को बढ़ाने के लिए कई तरह की आयुर्वेदिक दवाएं आ गई है, लेकिन इन दवाओं से लोगों को कितना नुकसान हो रहा है। यह शायद किसी को नहीं मालूम। आपको बताते चलें की औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में कुछ दवाइयों की जांच की गई तो पता चला कि उसमें हैवी मात्रा में एस्टेरॉइड मिला है। इसके कारण कानपुर और कानपुर देहात में इन दवाओ पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. बृजेश सिंह कटियार ने बताया कि प्रयोगशाला में दवाइयां के परीक्षण में एस्टेरॉइड की मात्रा अधिक पाई गई है जो कि शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा नुकसानदायक होता है। इसको देखते हुए लाइसेंसिंग प्राधिकारी की ओर से आदेश जारी किया गया है कि प्रतिबंधित दवाओ की कानपुर नगर और देहात जिले में बिक्री नहीं होगी। प्रतिबंधित दावों में दो कंपनियां मध्यप्रदेश और एक कंपनी उत्तर प्रदेश की है। डॉ. बृजेश सिंह ने बताया कि इंदौर की कंपनी मे. मेडविन फार्माटेक और उज्जैन की कंपनी मे. सिमको ऑर्गेनिक गुड हेल्थ कैप्सूल के अलावा नोएडा की मे. देव फार्मेसी मर्दाना कमजोरी दूर करने के लिए पौरुष जीवन कैप्सूल की बिक्री पर रोक लगाई गई है। उन्होंने बताया कि गुड हेल्थ कैप्सूल में कार्टिको स्टेरॉयड और पुरुष जीवन कैप्सूल में स्टेरॉयड मिला है, जिस मात्रा में इन दावों में एस्टेरॉइड मिला है वह काफी खतरनाक है। डॉ. बृजेश सिंह के मुताबिक इस दावों में स्टेरॉयड के बेजा इस्तेमाल से शरीर का वजन बढ़ता है और शुगर भी बढ़ती है। इसके अलावा गुर्दे लीवर और नसों को भी नुकसान होता है। इसके अलावा अन्य नुकसान भी होते है।