संवाददाता।
कानपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के फ्रंटल संगठन राष्ट्रवादी मुस्लिम संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की तरफ से शानिवार को कानपुर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लिए तिरंगा यात्रा निकाली गई। क्योंकि पीओके अनेकों वर्षों से पाकिस्तान से जुदा होकर भारत में आना चाहता है। विभाजन के समय आज का पीओके भारत में था। उस समय की सरकार की गलतियों के चलते वह पाकिस्तान के कब्जे में रह गया और यूएनओ के अंदर विवाद में आ गया। उस समय कांग्रेस की हुकूमत और पूर्व पीएम पंडित नेहरू आदि… आदि… अग्रेजों के ऐसे चक्रव्यूह में फंसे कि गलतियां हो गईं।
इसलिए आज का ये जलसा हिंदुस्तान के अंदर जो वतन की तरक्की है, मुहब्बत है, हिफाजत और कुर्बानी की आवाज है यह मुसलमानों के द्वारा आए और उसमें ये भाव आए वे हिंदुस्तानी थे, हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तानी रहेंगे। वे पूर्वजों से जुबान से और मुल्क से हिंदुस्तान के थे और हिंदुस्तान के रहेंगे। वे विदेशी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की आज की हुकूमत जो नरेंद्र मोदी की है, उसके विचारों और संकल्पों को बढ़ाने का यह समय है। क्योंकि पीएम मोदी संसद में भी कहते हैं कि जब जब जम्मू-कश्मीर की बात करते हैं तो उसमें पीओके भी आता है। इस बात को जन-जन तक पहुंचाने के लिए ये आगाज है। आगाज भी ऐसा भी होना चाहिए कि वह अंजाम तक पहुंचे। आज का ये जलसा इस बात का सबूत है कि ये हकीकत में बदलेगा। यात्रा में उपस्थित मुस्लिम राष्ट्रीय मंच कानपुर के सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने हिस्सा लिया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच कानपुर के प्रांत सह संयोजक शाह हुसैन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हम हिंदुस्तान के अंदर यह तिरंगा यात्रा pok पर झंडा फहराने तक जारी रखेंगे। उन्होंने कहा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मजनूं शाह मलंग का सपना अखण्ड भारत हो अपना’ को पूरा करने का समय आ गया है हमेशा से वतन की तरक्की, मुहब्बत, हिफाजत और कुर्बानी की आवाज रहे वे हुव्वलवतनी हिंदुस्तानी थे, हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तानी रहेंगे। हमारे पूर्वजों ने इस मुल्क को अपने खून पसीने से सींचा है तब पाकिस्तान हिंदुस्तान का बंटवारा नहीं हुआ था। इसलिए अब हमें पीओके चाहिए।