संवाददाता।
कानपुर। नगर में दो दिन, 3 से 4 नवम्बर तक विशिष्ट वैज्ञानिक व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज सीएसजेएम विश्वविद्यालय ने माननीय कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक के मार्गदर्शन में किया गया। आईआईटी कानपुर के चार प्रतिष्ठित वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया है। गणित और सांख्यिकी विभाग के प्रोफेसर शलभ ने ए जर्नी टू डेटा साइंस पर एक व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि कैसे कोई डेटा का विश्लेषण करने के लिए सांख्यिकीय उपकरणों का उपयोग कर सकता है और डेटा के सिमुलेशन में मशीन लर्निंग का उपयोग किया जा सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सीधे आउटपुट देने के लिए सिम्युलेटेड डेटा को बढ़ा सकता है। आईआईटी कानपुर के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर देबब्रत गोस्वामी ने सीएसजेएमयू, कानपुर का दौरा किया और एक इंटरैक्टिव प्रस्तुति दी, जहां उन्होंने विषय की अपनी गहन विशेषज्ञता और फोटो-रसायन विज्ञान नामक विषय पर समृद्ध शोध अनुभव साझा किया। उन्होंने आणविक गतिशीलता के सुसंगत नियंत्रण के सैद्धांतिक और प्रयोगात्मक लेजर-आधारित ऑप्टिकल दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे उनकी प्रस्तुति में व्यापक अनुप्रयोग हुआ। इसके बाद, आईआईटी कानपुर के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर मानस के गोराई ने विषय के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने अपने ज्ञान और असाधारण शोध की गहराई के बारे में बताया। भौतिकी विभाग के प्रोफेसर मनोज कुमार हरबोला ने भारतीय ज्ञान प्रणाली अतीत और वर्तमान पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बुनियादी विज्ञान और चिकित्सा के विभिन्न अनुसंधान क्षेत्रों में भारतीय वैज्ञानिकों के उल्लेखनीय समग्र योगदान के बारे में बताया। उन्होंने वैज्ञानिक शिक्षा विकसित करने के लिए चीजों को देखने के भारतीय तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने गणित के स्वर्ण युग और सुल्ब सूत्र आदि जैसे कई उल्लेखनीय योगदानों पर भी चर्चा की। यह व्याख्यान श्रृंखला स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज के निदेशक प्रोफेसर आर.के.द्विवेदी की देखरेख में आयोजित की गई थी, और इसमें सभी संकाय सदस्यों और 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया था।