संवाददाता।
कानपुर। नगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद 15वें वित्त आयोग के तहत प्रदेश के सभी नगर निगमों को खुले नालों को बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं। करीब 10 करोड़ रुपए इसके लिए बजट रखा गया है। खुले नालों को बंद करने का खर्च करीब 90 करोड़ रुपए के आसपास आंका जा रहा है। हालांकि नगर निगम ने सभी 6 जोनों से सर्वे रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वहीं ये नाले मौत का सबब भी बने हुए हैं। आए दिन इन नालों में गिरकर इंसान व पशुओं की जान जा रही है। नगर निगम चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी के मुताबिक शासन के निर्देश पर खुले नालों को लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। दो जोन की रिपोर्ट अभी आई है। बाकी 4 जोनों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। नालों को ढकने के लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी। नगर निगम के मुताबिक शहर में करीब 50 से ज्यादा ऐसे नाले हैं जो 1 मीटर से ज्यादा चौड़े हैं और वे खुले हुए हैं। इन नालों को बंद किया जाना है। शहर में करीब 30 किमी. लंबाई में नाले खुले हैं और इनको ढकने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। खेड़िया नाला, रावतपुर से कंपनीबाग, सीसामऊ नाला, वीआईपी रोड पर पावर हाउस से टैफ्को चौराहा तक, एफएम कॉलोनी से वीआईपी रोड तक, मुर्गा मार्केट से मछली मार्केट होते हुए लॉ कॉलेज तक, गूदड़ बस्ती नाला, महात्मा गांधी स्कूल से फूलमती पार्क तक नाले ढके जाएंगे। नगर निगम सूत्रों के मुताबिक नाले को कवर करने की योजना तैयार की जा रही है। लेकिन एनजीटी के आदेशों के मुताबिक बड़े नालों को कवर नहीं किया जा सकता है। ऐसे में उनको पक्का कर चैनल बनाया जाएगा। जिससे कि नदियों में सॉलिड वेस्ट न जाए। वहीं लोगों की नजर में न आए, इसके लिए लोहे की मोटी चादरों की दीवार खड़ी की जाएगी।