November 22, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर में 2 लड़कों को इनोवा कार में किडनैप करके 5 घंटे तक डंडे-बेल्ट से पीटा गया। 1 लड़के के चेहरे पर टॉयलेट की। उससे जूता चटवाया। फिर उसको बेसुध हालत में कार से फेंक दिया गया। पुलिस जांच में पिटाई करने वालों में एलआईयू में तैनात हेड कांस्टेबल का बेटा सामने आया है। कल्याणपुर पुलिस ने अपहरण और जानलेवा हमले की धाराओं में मामला दर्ज किया। मगर, जांच में सामने आया है कि एलआईयू हेड कांस्टेबल ने 3 महीने पहले जमुना ठाकुर नाम के शख्स को जेल भिजवाया था। उसकी रंजिश में हेड कांस्टेबल के बेटे की पिटाई जमुना और उसके साथियों ने की थी। इस घटना के बाद हेड कांस्टेबल के बेटे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर जमुना के पक्ष के लड़के आयुष और अभिषेक को उठाकर उनकी पिटाई की है। मामले में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने कांस्टेबल धर्मेन्द्र सिंह यादव, नंदू दुबे और आयुष मिश्रा को अरेस्ट करवा लिया है। कांस्टेबल को सस्पेंड भी कर दिया गया है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने पूरी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया। कांस्टेबल ने इसकी स्क्रिप्ट लिखी। उसके दबंग बेटे ने अपने दोस्तों के साथ वारदात को अंजाम दिया। पूछताछ में सामने आया कि पूर्व में आयुष द्विवेदी और उसके साथियों ने कांस्टेबल के बेटे को पीटा था। मामले में हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज करके तीन आरोपियों को जेल भेजा गया था, लेकिन आयुष फरार चल रहा था। कांस्टेबल ने प्लानिंग के तहत लड़की के जरिए आयुष को मिलने के लिए बुलवाया। कांस्टेबल के बेटे हिमांशु यादव ने बदला लेने के लिए हैवानियत की सभी हदें पार कर दी। मारपीट करने के साथ ही गुंडों ने उसके चेहरे पर टॉयलेट कर दी, जख्मों पर नमक छिड़का और इतना ही नहीं कुकर्म जैसी वारदात को भी अंजाम दिया। खुद ही पुलिस को सूचना देकर उसे अरेस्ट करवाने की कोशिश की। लेकिन, मामला इतना बढ़ गया कि कांस्टेबल का दांव उल्टा पड़ गया। युवकों ने आवेश में इतना पीट दिया कि आरोपी खुद ही पीड़ित हो गया और कांस्टेबल समेत सभी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। जेसीपी नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि मामले में एलआईयू में तैनात हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र यादव, उसके बेटे हिमाशु यादव, बेटे के दोस्त शुभम् सोनकर, नन्दू दुबे, ऋषभ चौहान, रजत, मोहित, आयुष मिश्रा समेत अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास, मारपीट, अपहरण, बलवा और कुकर्म की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है। कल्याणपुर इलाके के राधापुरम में रहने वाले आयुष द्विवेदी ने बताया कि वह आईटीआई का छात्र है। कुछ दिनों पहले इंस्टाग्राम पर दिव्यांशी पांडेय नाम की लड़की ने दोस्ती की थी। सोमवार को होटल लैंडमार्क के पीछे वाली गली में मिलने बुलाया था। आयुष अपने दोस्त राणाप्रताप नगर में रहने वाले बिट्टू उर्फ अभिषेक सिंह के साथ बाइक से सिविल लाइंस पहुंच गया। आरोप है कि वहां पर हिमांशु यादव अपने साथियों के साथ पहले से मौजूद था। उसके पिता धर्मेंद्र सिंह यादव एलआईयू में हेड कांस्टेबल हैं। हिमांशु के साथ उसके दोस्त शुभम सोनकर, नंदू दुबे, ऋषभ चौहान, मोहित मिश्रा, आयुष मिश्रा और दो अन्य लड़के थे। आयुष के मुताबिक, उसको और अभिषेक को पीटते हुए उन्होंने इनोवा कार में जबरन बैठा लिया। इसके बाद कार सड़क पर दोड़ाने लगा। कार में उसके हाथ-पैर बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया। बेल्ट, डंडा और लात-घूसों से इतनी बेरहमी से पीटा कि पूरा शरीर काला पड़ गया। इतने से भी मन नहीं भरा तो चेहरे पर टॉयलेट कर दी और जूता चटवाया। आयुष के मुताबिक, एक जगह पर कार रुकवाई गई। कुछ देर में हिमांशु ने अपने पिता धर्मेंद्र को भी बुलाया। उन्होंने वहां आकर अपने बेटे को रोका नहीं, बल्कि आयुष की पिटाई की। इसके बाद कनपटी के पास तमंचा लगाकर गोली चला दी। जोकि सिर के बगल से निकल गई। इसके बाद हिमांशु अपनी इनोवा लेकर कल्याणपुर में केसा रोड के पास आया। यहां आयुष को सड़क पर फेंक दिया गया। लोगों ने एक लड़के को सड़क किनारे लहूलुहान देखा, तो पुलिस को जानकारी दी। आयुष को होश आने के बाद उसने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस की जांच शुरू होने के बाद पता चला कि आयुष के दोस्त को सिविल लाइन में कार से फेंक दिया गया। उसकी भी पिटाई हुई है। अब पुलिस उसके भी बयान दर्ज कर रही है। कल्याणपुर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि 5 अक्टूबर 2023 को हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र यादव के बेटे हिमांशु यादव उर्फ शनि को आयुष द्विवेदी ने अपने साथी जमुना ठाकुर, अनुज तिवारी, बंटी तिवारी, शांतनु यादव, छोटू भदौरिया और आठ-दस अज्ञात लोगों के साथ पीटा था। हेड कांस्टेबल की पत्नी कुसुमा ने 6 अक्टूबर को कल्याणपुर थाने में इन सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि उनके कॉन्स्टेबल पति ने अपराधी जमुना ठाकुर को जेल भिजवाया था। इसी की रंजिश में जमुना ने आयुष द्विवेदी समेत अन्य गुंडों के साथ मिलकर उनके बेटे पर जानलेवा हमला किया था। अब इसी का बदला कॉन्स्टेबल के बेटे ने लिया है। तीन आरोपी जेल जा चुके हैं, लेकिन आयुष की अभी अरेस्टिंग नहीं हुई थी। इसी के चलते कॉन्स्टेबल के बेटे ने वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल तहरीर मिलते ही अपहरण, हत्या का प्रयास समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। 

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