September 17, 2024

संवाददाता।
कानपुर।
नगर में दो बड़े अग्निकांड गुरुवार देर रात हुए। नगर के नौबस्ता थाना क्षेत्र में कपड़ा गोदाम में आग लग गई। यहां सेना की वर्दी बनाई जाती थी। आग के बीच गोदाम से लगातार धमाके हो रहे थे। जिसके कारण आस-पास के 50 घर खाली कराने पड़े। यहां करीब दमकल की 15 गाड़ियां 9 घंटे पर आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सकता है। दूसरा मामला, चकेरी के बस स्टेशन में हुआ। यहां ई-बसों को चार्ज किया जाता है। अचानक आग लगने के बाद यहां खड़ी 3 बसें धूं-धूं करके जलने लगीं। यहां कुछ घंटों में ही बसों का सिर्फ ढांचा बचा। इस वक्त भी अग्निशमन विभाग के अफसर मौके पर मौजूद हैं। ये दोनों अग्निकांड 1 घंटे के अंतराल पर हुए हैं। नगर के नौबस्ता संजय नगर में सुनील का गोदाम है। यहां वर्दी तैयार होती हैं। सुनील ने बताया कि देर रात करीब 3 बजे पड़ोसियों ने सूचना दी कि गोदाम से धुआं उठ रहा और आग की लपटें दिख रही हैं। जानकारी मिलते ही वह मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया था। उन्होंने और मोहल्ले के लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। पूरा गोदाम चंद मिनट में ही धधकने लगा। सूचना पर सीएफओ दीपक शर्मा फायर ब्रिगेड की 5 पांच गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंचे हैं। आग को बढ़ता देख 5 और गाड़ियां बुलानी पड़ी। गोदाम के चारों तरफ से आग पर पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की गई। 9 घंटे बाद भी आग को पूरी तरह से काबू नहीं किया जा सका है। मौके पर डीसीपी रवींद्र कुमार, एडीसीपी अंकिता शर्मा और पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार भी पहुंचे। सीएफओ दीपक शर्मा ने बताया कि अब आग को पूरी तरह से ठंडा करने के लिए गोदाम के चारों तरफ से पानी की बौछार की जा रही है। सीएफओ ने बताया कि कपड़े का गोदाम होने के चलते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। इसके चलते मोहल्ले के करीब 50 से ज्यादा घर खाली कराए गए। इससे कि कोई और मकान आग की चपेट में आए तो किसी भी तरह की जनहानि नहीं हो। उन्होंने बताया कि मानकों की अनदेखी करके आबादी के बीच इतना बड़ा कपड़े का गोदाम बना दिया गया था। यहां सेना की वर्दी तैयार की जाती है। उसी का रॉ मैटेरियल भी गोदाम में मौजूद था। गोदाम में फायर फाइटिंग का कोई भी सिस्टम मौजूद नहीं था। गोदाम मालिक अभी तक गोदाम के लिए फायर की एनओसी समेत अन्य दस्तावेज नहीं दिखा सके हैं। एक टीम इन सभी तथ्यों की भी जांच कर रही है। आग कैसे लगी, इसके कारणों का पता किया जा रहा है। चकेरी अहिरवा में ई-बस डिपो में गुरुवार रात 2 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। वहां मौजूद कर्मचारियों ने आग को बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग बढ़ती चली गई। देखते ही देखते आग ने एक बस के बाद बगल में खड़ी दो और ई-बसों को चपेट में ले लिया। तीन बसें धूं-धूकर जलने लगीं। सूचना पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक आग की चपेट में आने से तीन बसें पूरी तरह से जल गईं। सिर्फ लोहे का ढांचा बचा। एक बस की कीमत 1 करोड़ से ज्यादा की बताई जा रही है। शुक्रवार सुबह टेक्निकल टीम भी जांच करने मौके पर पहुंची है। वो अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को देगी। 

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