संवाददाता।
कानपुर। नगर में डेंगू के मरीजो का आंकड़ा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है और इसे रोक पाने में स्वास्थ्य विभाग नाकाम साबित हो रही है। रोजाना डेंगू मरीजों का आंकड़ा एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। मंगलवार को डेंगू के 47 मरीज सामने आए हैं। वहीं, चार दिन के अंदर डेंगू के लगभग 120 मरीज मिल चुके हैं। डेंगू की चपेट में आने से छुट्टी पर अपने गांव आए एयर फोर्स कर्मी की मौत हो गई। इसके बाद से पूरे गांव में हड़कंप का माहौल है। जहां एक तरफ डेंगू रोजाना नए रिकॉर्ड बना रहा है तो वहीं, चिकनगुनिया के भी मरीज दिन पर दिन बढ़ रहे हैं। मंगलवार को सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक चिकनगुनिया के 19 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें से नौ लोगों से चिकनगुनिया की पुष्टि हुई है। यह सभी आंकड़े सरकारी हैं। अगर इसमें प्राइवेट पैथोलॉजी को जोड़ा जाए तो यह आंकड़े दर्जनों में बदल जाएंगे हैं। महाराजपुर के भेवली गांव में इन दिनों डेंगू बहुत तेजी से फैला हुआ है। हर घर में बुखार के मरीज है। भेवली गांव निवासी किसान मुकेश का 24 वर्षीय बेटा सागर तिवारी लद्दाख में एयरफोर्स में कॉर्पोरल में तैनात थे। 22 सितंबर को सागर छुट्टी लेकर अपने गांव आया था। 13 अक्टूबर को उसको तेज बुखार आया। उसे घर वालों ने सेवन एयर फोर्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां पर जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी। सोमवार को सागर की उपचार के दौरान मौत हो गई। मंगलवार को नजफगढ़ घाट में जवान का अंतिम संस्कार किया गया। गांव वालों के मुताबिक गांव के अंदर इससे पहले भी बुखार आने के बाद कई लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग की टीम की तरफ से कोई भी अधिकारी गांव में हालात का जायजा लेने नहीं आया है, ना ही किसी ने दवा का छिड़काव कराया है और अभी तक गांव में एक बार भी फॉगिंग तक नहीं की गई है। कानपुर मेडिकल कॉलेज के डॉ. एसके गौतम ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए मच्छर के प्रजनन को रोकना होगा। मच्छर का प्रजनन हमेशा गंदगी वाली जगह पर होता है। इसलिए हमेशा याद रखें कि घर के आसपास गंदगी बिल्कुल जमा न होने दे, खासतौर पर जहां पर पानी का ठहराव हो वहां पर साफ सफाई करें और दवा का छिड़काव करें। इससे हम मच्छरों के प्रजनन को रोक सकते हैं, क्योंकि डेंगू और चिकनगुनिया हमेशा मच्छरों के काटने से ही फैलता है। उन्होंने बताया कि घर से बाहर रहे या घर के अंदर हमेशा फुल कपड़े पहनें ताकि मच्छर आपके किसी भी हिस्से में काट न सके।