संवाददाता।
कानपुर। नगर में मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल परिसर में जलकल विभाग पाइपलाइन डाले जाने का कार्य कर रहा है। ठेकेदार ने मेडिकल कॉलेज की अनुमति लिए बिना ही सड़क की खुदाई का कार्य शुरू कर दिया। इससे मरीज को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। खुदाई के बाद सारी मिट्टी सड़क पर डाल दी गई है, जिसके कारण वाहन तक नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं अब मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए अंदर जाने तक का रास्ता नहीं मिल रहा है। इससे यहां पर मरीज के साथ-साथ तीमारदारों को भी काफी समस्याएं का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार सुबह प्रधानाचार्य डॉ. संजय काला जब हैलट अस्पताल परिसर में पहुंचे तो वहां पर मरीजों की समस्याओं को देखने के बाद उन्होंने वहां काम कर रहे कर्मचारियों से पूछा कि किसकी अनुमति से यह खुदाई की जा रही है। इस पर अनस ठेकेदार कोई भी जवाब नहीं दे पाया। डॉ.संजय काला ने कहा कि जब ओपीडी के सामने रोड की खुदाई कर दी जाएगी तो मरीज और उनके तीमारदार कैसे अंदर जा पाएंगे। बहुत से मरीजों को स्ट्रेचर में लादकर ले जाया जाता है। उन मरीजों को अंदर तक कैसे ले जाया जाएगा। संजय काला ने ठेकेदार व उनके कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाने के बाद काम बंद करा दिया।जलकल विभाग के जेई जेपी राय ने बताया कि लगभग 380 मीटर में पाइपलाइन बिछाने के साथ ही ट्यूबवेल लगाया जा रहा है। इसकी लागत 44 लाख रुपए है। पिछले 2 साल पूर्व यह टेंडर पास हुआ था, लेकिन मेडिकल कॉलेज वाले खुदाई की अनुमति नहीं दे रहे हैं। इस कारण यह काम में देरी हो रही है। फिलहाल एक हफ्ते पूर्व ही काम शुरू हुआ था, लेकिन फिर से काम रुकवा दिया गया है। इसके बारे में जानकारी की जाएगी। डॉ. संजय काला ने बताया कि जलकल विभाग की तरफ से खुदाई के लिए मेडिकल कॉलेज से कोई भी अनुमति नहीं ली गई है। पिछले दिनों सड़क की जो खुदाई हुई थी उसको ठीक तरह से बराबर भी नहीं किया गया है, जिसके कारण वहां से गाड़ियों को निकालने में काफी दिक्कतों का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। यहां पर आने वाले मरीजों को भी काफी दिक्कतें हो रही हैं। इस कारण काम को बंद कराया है।