संवाददाता।
कानपुर। नगर के सिविल लाइंस स्थित हडर्ड हाई स्कूल में हंगामा खड़ा हो गया, क्लास रूम में एक छात्रा ने डिबेट के दौरान हमास का नाम ले दिया। बस इतना कहते ही दूसरा पक्ष छात्रा पर हावी हो गया और मामला क्लास रूम से लेकर स्कूल के प्रिंसिपल तक जा पहुंचा। उसके बाद मामला सोशल मीडिया पर चलने लगा। हंगामे की सूचना पर स्कूल में पुलिस भी पहुंच गई। हालांकि प्रिंसिपल ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत कर दिया है। शनिवार को स्कूल की हिंदी टीचर शिल्पी रॉबर्ट ने बच्चों को “युद्ध समस्याओं के समाधान से कहीं अधिक समस्या को उत्पन्न करते हैं” विषय पर पक्ष और विपक्ष रखना को कहा था। इस पर दो टीमें बनाई गई थी। एक टीम अपना पक्ष रख रही थी तो दूसरी टीम विपक्ष में बोल रही थी। इसी बीच कक्षा 10 की एक छात्रा ने युद्ध की समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि हमास ने इसराइल पर अटैक किया और फिर इसराइल ने भी हमास पर अटैक कर दिया, जिससे बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हो गई। इतना बोलने के बाद दूसरे पक्ष ने यह कहते हुए डिबेट में प्रतिभा करने से मना कर दिया कि सामने वाले पक्ष ने हमास का नाम क्यों लिया। बस इसके बाद क्लास रूम के अंदर ही बवाल शुरू हो गया। प्रिंसिपल सनी वार्गिस के मुताबिक शनिवार को दो छात्राएं हमारे पास शिकायत लेकर आई थी कि हमास का नाम डिबेट में नहीं लेना चाहिए था। अब जिसने हमास का नाम लिया है उस छात्रा को माफी मांगनी पड़ेगी।प्रिंसिपल ने बच्चों से कहा कि आपको हमास और इजराइल से क्या मतलब हम सभी एक इंडियन है तो इसमें दिक्कत क्या है। इतनी सी बात होने के बाद छात्राओं ने कहा कि छात्रा को माफी तो मांगनी पड़ेगी और यह कहते हुए बाहर निकल गई।स्कूल के अन्य छात्रों के मुताबिक हर शनिवार को हिंदी क्लब एक डिबेट का आयोजन करता है। इस डिबेट में पक्ष और विपक्ष दो टीम बनाई जाती है। इसी क्रम में शनिवार को भी डिबेट का आयोजन किया गया था, जब डिबेट में हमास का नाम आया तो दूसरा पक्ष क्लास में ही चिल्लाना शुरू कर दिया, जब तक टीचर कुछ समझता कि उससे पहले ही वह लोग नीचे प्रिंसिपल के पास पहुंच गए। इसके बाद जब छुट्टी होने लगी तो दोनों पक्ष की तरफ से अपने-अपने धर्म के नारे लगाने लगे। इस पर सभी शिक्षकों ने बच्चों को समझा बुझाकर शांत कराया और घर भेज दिया। हालांकि इस तरह की बात से प्रिंसिपल ने इनकार किया है। इस घटना के बाद क्लास 10 की छात्रा ने यह पूरी घटना अपने परिजनों को बताई तो उन्होंने रविवार को ही स्कूल प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन परिवार इतना डरा हुआ है कि वह दो दिन से अपनी बच्ची को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। प्रिंसिपल के मुताबिक परिजनों के मन में कुछ डर बैठा हुआ है। इस कारण उसे नहीं भेजा है। फिलहाल हम लोग परिजनों से संपर्क में हैं और उन्हें समझाया भी है। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल होने लगा, जिसमें इस डिबेट की चर्चा करते हुए लिखा था कि हमास का नाम लेने पर दो पक्षों में हंगामा हो गया। वहीं, दूसरी तरफ स्कूल में चर्चा है कि स्कूल के बाहर दो गुटों में मारपीट भी हुई, लेकिन प्रिंसिपल सनी वर्गिस ने इस बात से इनकार करते हुए कहा है कि बच्चों के बीच कोई भी मारपीट जैसी घटना नहीं हुई है।