संवाददाता।
कानपुर। ताइवान के शिक्षा मंत्री मोनिची लियो के निमंत्रण पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने 8 से 14 अक्टूबर के बीच ताइवान के 6 विश्वविद्यालयों का दौरा किया। ताइवान के विश्वविद्यालयों एवं भारतीय विश्वविद्यालयों के मध्य अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं एकेडमिक सहयोग स्थापित करने तथा शोध उन्नयन के उद्देश्य से सप्ताह भर के ताइवान दौरे पर गए। भारतीय विश्वविद्यालय संघ के इस सात सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व प्रमुख रूप से एआईयू के उपाध्यक्ष छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक तथा सचिव प्रो. पंकज मित्तल ने किया। इस यात्रा से लौट कर आए कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक का आज छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय संबंध एवं एकेडमिक सहयोग प्रकोष्ठ की तरफ से डॉ. प्रभात द्विवेदी, डॉ. राजीव मिश्रा तथा अन्य सदस्यों के द्वारा पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया। अंतर्राष्ट्रीय प्रकोष्ठ के सदस्यों के साथ प्रो. पाठक ने ताइवान यात्रा के दौरान वहां के शिक्षा मंत्री तथा 6 विश्वविद्यालयों एवं कुछ अन्य संस्थाओं में संपन्न हुई उनकी मीटिंग्स एवं वार्ताओं में हुई उपलब्धियों एवं अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यह प्रतिनिधिमंडल ताइवान के प्रतिष्ठित एवं उच्च रैंकिंग प्राप्त 6 विश्वविद्यालयों के न केवल उच्च अधिकारियों, विभाग अध्यक्षों, शिक्षकों इत्यादि से मिलकर वहां के शैक्षिक एवं शोध इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की बल्कि उन विश्वविद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर, क्लासरूम, लैब, पुस्तकालयों, शोध केंद्रो इत्यादि के स्तर को भी देखा। अध्यनरत देश- विदेश के छात्र-छात्राओं एवं शोधार्थियों से भी वार्ता की। इस दौरान भारतीय विश्वविद्यालय संघ तथा ताइवान के ताइपे विश्वविद्यालय के मध्य एक एमओयू हस्ताक्षर भी हुआ, जिसके अनुसार भारतीय विश्वविद्यालयों तथा ताइवान के ताइपे विश्वविद्यालय के छात्र- छात्राओं एवं शिक्षकों को विनिमय कार्यक्रमों में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इससे वह अपने ज्ञान, शोध, संस्कृति एवं अनुभवों को एक दूसरे के साथ साझा कर सकेंगे, शैक्षिक दृष्टिकोण तलाश कर सकेंगे तथा अपने बौद्धिक क्षितिज का विस्तार कर सकेंगे। छात्रों एवं शिक्षकों का यह आदान-प्रदान भारतीय एवं ताइवान के संस्थानों के बीच अनुभवों को समृद्ध करेगा एवं वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा। ताइपे विश्वविद्यालय की एशिया रैंकिंग 73 तथा वर्ल्ड रैंकिंग 431 है। कुलपति प्रो. पाठक ने बताया कि ताइवान की तरफ से भी एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही भारतीय विश्वविद्यालयों के दौरे पर आने का इच्छुक है, जिससे कि वह भारतीय शिक्षा- ज्ञान, नवाचार, शोध एवं संस्कृति को बेहतर समझ सके एवं समन्वय तथा सहयोग स्थापित कर सकें। प्रस्तावित इस यात्रा में ताइवान का यह प्रतिनिधिमंडल छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के दौरे पर भी आएगा। प्रोफेसर पाठक ने कहा कि उनकी इस यात्रा से प्राप्त अनुभवों के द्वारा छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय को उन्नति के मार्ग पर तेजी से आगे ले जाने में मदद मिलेगी। प्रोफेसर पाठक के स्वागत के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय प्रकोष्ठ के अन्य सदस्य प्रो. सुधांशु, प्रो. संदीप, डॉ. संदेश गुप्ता, डॉ. प्रशांत त्रिवेदी, डॉ. गौरव कुमार, डॉ. अंकित त्रिवेदी, डॉ. अंजु दीक्षित, डॉ. एकता खरे, सौरभ त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे l