संवाददाता।
कानपुर। नगर में बादशाहीनाका थाना क्षेत्र की पुलिस ने महिला चोरों के गैंग को पकड़ा है। गैंग में शामिल महिलाएं आटो-टेंपो और ई-रिक्शा में यात्री बनकर बैठती थी। उसके बाद मौका मिलते ही यात्रियों के बैग और कीमती सामान लेकर भाग जाती थी। ये गैंग रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के आस पास कई दिनों से सक्रिय था। पुलिस को इनके बारे में कई दिनों से शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद पुलिस सीसीटीवी की मदद से चोरों तक पहुंची। शनिवार को गैंग में शामिल चार महिलाओं को अरेस्ट कर लिया है। इस गैंग में शामिल महिलाएं अभी तक एक हजार से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुकी हैं। एसीपी कलक्टरगंज निशंक शर्मा के अनुसार लाटूश रोड के रहने वाले विक्की सोनकर की पत्नी पूनम सोनकर ने 8 दिसंबर एक शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि वह पति के साथ बीते दिनों हालसी रोड अंतर्गत पीएनबी बैंक पति के साथ गई थी। लौटने के दौरान ई-रिक्शा पर बैठी महिलाओं ने उनकी ज्वैलरी चोरी कर लिए। पुलिस ने शिकायत दर्ज करते हुए जब जांच शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज से कुछ महिलाओं की पहचान हुई। इनकी गतिविधियां संदिग्ध लगी। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर बादशाहीनाका इलाके से चार महिलाओं को पकड़ा। पूछताछ में महिलाओं ने चोरी की बात कबूल की। इनकी पहचान चंदौली की रहने वाली माला उर्फ नंदिनी, अर्चना उर्फ रानी और ज्योति व गाजीपुर की रहने वाली नंदिनी के रूप में हुई। पूछताछ के बाद चारों महिलाओं को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पूछताछ के दौरान शातिर महिलाओं ने बताया कि वह रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के पास एक्टिव रहती हैं। वह दूसरे जिले से कानपुर आने वाले व्यापारियों, यात्रियों और अच्छे परिवार की महिलाओं को शिकार बनाती हैं। गैंग की चारों महिलाएं किसी एक ही गाड़ी में यात्री बनकर बैठ जाती हैं। इसके बाद मौक़ा मिलते बगल में बैठी महिलाओं और व्यापारियों की ज्वैलरी, रुपए और कीमती सामान लेकर गायब हो जाती हैं। महिलाओं ने बताया कि वे रोजाना अलग-अलग स्थानों पर दो से तीन वारदातों को अंजाम देती हैं। इसके बाद अपने-अपने घर चली जाती हैं। उन्होंने रेलवे स्टेशन और झकरकटी बस अड्डा से आने-जाने वाले यात्रियों के कीमती सामान और कैश चोरी करने की बात कबूल की है। उन्होंने बताया कि उनका गैंग दो साल से कानपुर में सक्रिय है।