संवाददाता।
कानपुर। नगर के चर्चित कुशाग्र अपहरण-हत्याकांड में रायपुरवा थाने की पुलिस ने चार्जशीट तैयार कर ली है। अफसरों के समीक्षा के बाद इसे कोर्ट में दाखिल कर दिया जाएगा। फोरेंसिक रिपोर्ट के लंबित होने के चलते चार्जशीट अटकी हुई थी, लेकिन अब हैंडराइटिंग मिलान, फोरेंसिक रिपोर्ट और बिसरा रिपोर्ट आ गई है। ये सभी रिपोर्ट आरोपियों के जघन्य अपहरण-हत्याकांड को अंजाम देने की पुष्टि कर रही हैं। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्य नगर निवासी करोबारी मनीष कनोडिया के बेटे कुशाग्र अपहरण-हत्याकांड में जल्द ही चार्जशीट दाखिल होगी। जिस रस्सी से कुशाग्र का गला घोंटा गया था, उसकी रिपोर्ट आ गई है। रस्सी पर स्किन पार्टिकल पाए गए हैं। पोस्टमार्टम के दौरान सुरक्षित किए गए विसरा की रिपोर्ट में कुशाग्र को किसी भी तरह का जहर देने की पुष्टि नहीं हुई है। फिरौती के लिए लिखे गए लेटर का भी हस्तलेख मिलान हो गया है। ट्यूशन टीचर रचिता के प्रेमी प्रभात ने ही फिरौती वसूलने के लिए लेटर लिखा था। इसके साथ ही फोरेंसिक रिपोर्ट भी आ गई है। फाेरेंसिक रिपोर्ट भी आरोपियों के इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने की पुष्टि की है। जल्द ही सभी साक्ष्यों के साथ केस में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी। इससे कि आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाई जा सके। इस केस में रायपुरवा पुलिस ने आई विटनेस अपार्टमेंट के सुरक्षा गार्ड को बनाया है। सिक्योरिटी गार्ड ने लेटर फेंकने से लेकर स्कूटी पहचानने और आरोपियों का सुराग देने में अहम भूमिका निभाई है। प्रत्यक्षदर्शी की गवाही ही ट्यूशन टीचर समेत तीनों आरोपियों को फांसी की सजा तक पहुंचाएगी। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि हत्यारोपियों पर एमएसए की तैयारी कर लगी गई है। अगर चार्जशीट से पहले आरोपी बेल के लिए अप्लाई करते हैं तो तो एनएसए मूव करा दी जाएगी। इससे कि तीनों आरोपियों को हाईकोर्ट से भी जमानत नहीं मिल सके। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि कुशाग्र मर्डर केस की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक में अपील की गई है। चार्जशीट लगने के बाद मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में ही होगी। इससे कि तीनों आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा मिल सके। पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल सके। इसके साथ ही इस तरह की वारदात फिर कोई दोबारा करने की हिम्मत नहीं जुटा सके। रायपुरवा के आचार्य नगर निवासी कपड़ा कारोबारी मनीष कानोडिया के बेटे कुशाग्र कनोडिया का 30 अक्तूबर को अपहरण हो गया था। ट्यूशन टीचर रचिता ने अपने प्रेमी कुशाग्र और उसके दोस्त के साथ मिलकर साजिश को अंजाम दिया था। कुशाग्र को झांसे में लेकर अपहरण और फिर उसकी हत्या करके 30 लाख की फिरौती मांगी थी। कानपुर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही जघन्य अपहरण हत्याकांड का खुलासा कर दिया, लेकिन कुशाग्र को बचा नहीं सकी थी। क्यों कि आरोपियों ने अपहरण के बाद ही सीधे मर्डर कर दिया और फिर फिरौती मांगी थी।