September 8, 2024

संवाददाता।
कानपुर।
नगर के चर्चित बाबू सिंह सुसाइड केस में शुक्रवार को चकेरी थाने की पुलिस ने पूर्व बीजेपी नेता आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन समेत 3 लोगों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि आशु दिवाकर और उसके गुर्गे मुकदमा वापस लेने के लिए पूरे परिवार को जान से मारने के साथ ही तेजाब से नहलाने की धमकी दी है। आशु दिवाकर किसान बाबू सिंह सुसाइड कांड का मुख्य आरोपी है। चकेरी गांव में रहने वाले किसान बाबू सिंह ने 9 सितंबर को रेलवे ट्रैक पर सुसाइड कर लिया था। मौके पर मिले सुसाइड नोट में लिखा था कि भाजपा नेता व उत्तर प्रदेश बाल आयोग का सदस्य आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन ने अपने गैंग के साथ उनकी करोड़ों की जमीन हड़प ली और एक भी रुपए नहीं दिया। इस वजह से वह जान दे रहे हैं। सुसाइड कांड के बाद चकेरी थाने की पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी भाजपा नेता व बाल आयोग के सदस्य रहे आशु दिवाकर समेत छह लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। अब चकेरी गांव निवासी मृतक किसान की बेटी रूबी ने आरोप लगाया है कि पूर्व भाजपा नेता आशु दिवाकर, गुर्गे जितेंद्र यादव और बबलू समेत अन्य ने मुकदमा वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी दी है। कहा है कि अगर मुकदमा वापस नहीं लिया तो मां और दोनों बेटियों की हत्या करवा देंगे। इसके साथ ही तेजाब से नहला देंगे। आशु दिवाकर के गुर्गे जितेंद्र और बबलू उन पर मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बना रहा है। 15 फरवरी को वह पुलिस कमिश्नर ऑफिस से मामले की पैरवी करके घर लौट रही थी तो उसे सीओडी पुल पर स्कूटी सवार हेलमेट लगाए हुए दो लोगों ने रोक लिया था। कहा कि अब तुम्हारे दिन पूरे हो गए हैं। प्रियरंजन जमानत पर बाहर आ गया है, अगर समझौता नहीं किया तो तुम्हें कोई नहीं बचा सकता है। प्रियरंजन का पुलिस भी कुछ नहीं कर सकी और अब कोर्ट ने भी जमानत दे दी है। समझौता कर लो नहीं तो तुम तीनों जान से मारी जाओगी। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि रूबी की तहरीर पर पूर्व भाजपा नेता आशु दिवाकर, उसके गुर्गे बबलू और जितेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इसके साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसान की बेटी रूबी ने बताया कि कानपुर पुलिस आशु दिवाकर को पांच महीने से अरेस्ट नहीं कर सकी है। अब उसे हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। अब वह खुलेआम घूम रहा और मुकदमा वापस लेने के लिए अपने गुर्गों से दबाव बना रहा है। अब मामले में जल्द ही वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाएंगी। इससे कि मुख्य आरोपी आशु दिवाकर को जेल भेजा जा सके और उनकी जमीन वापस मिले। 

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