संवाददाता।
कानपुर। नगर में कानपुर कमिश्नरेट की पुलिसिंग पर लगातार दाग लग रहे हैं। एक नये मामले में ड्रग तस्कर और पुलिस की सांठ-गांठ का मामला सामने आया है। काकादेव थाना के खास गांजा तस्कर को नवाबगंज थानाध्यक्ष द्वारा गिरफ्तार करने पर काकादेव एसओ ने दूसरे एसओ को अपहरण में फंसाने की धमकी तक दे डाली। सोशल मीडिया पर इसका ऑडियो वायरल हुआ तो आलाधिकारियों ने जांच शुरू की। काकादेव एसओ को सस्पेंड कर दिया गया है। रविवार रात गांजा तस्करों की सक्रियता की सूचना पर नवाबगंज थानाप्रभारी रोहित तिवारी, एसआई विपिन कुमार, शुभम सिंह, हेड कांस्टेबल हिम्मत सिंह के साथ गंगा बैराज पर तस्करों को पकड़ने पहुंचे। पुलिस के पहुंचने से पहले तस्कर वहां से भागकर काकादेव थाना क्षेत्र पहुंच गए। पुलिस की टीम ने उन्हें डबल पुलिया के पास से दबोच लिया। पुलिस ने उनके पास से एक किलो 200 ग्राम गांजा व दो मोबाइल बरामद किए। आरोपियों की पहचान मूलरूप से कानपुर देहात निवासी सौरभ व उन्नाव के बांगरमऊ बाजीपुर निवासी विनोद के रूप में हुई।तस्करों को जेल भेज दिया गया है।आरोपी सौरभ वर्तमान में गुजैनी सब्जी मंडी पार्क के पीछे रहता है। विनोद काकादेव के डबल पुलिया कच्ची मड़ईया में रहता है। पुलिस ने जब विनोद का मोबाइल खंगाला तो इंस्पेक्टर काकादेव विनय शर्मा के कारखास का नंबर मिला। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि वह कारखास के संपर्क में है। उसके संज्ञान में ही वह इलाके में गांजा सप्लाई करता है। इसके एवज में कारखास को हर माह मोटी रकम भी देता है। विनोद और सौरभ के पकड़े जाने पर उनके परिजन काकादेव थाने पहुंचे। उन्होंने नवाबगंज पुलिस द्वारा दोनों को पकड़े जाने की सूचना दी। इससे गुस्साए इंस्पेक्टर काकादेव विनय शर्मा ने इंस्पेक्टर नवाबगंज रोहित तिवारी को फोन कर धमकी दे डाली। विनय शर्मा ने कहा कि तुम जिन्हें पकड़कर ले गए हो, उनके घर वाले अपहरण की तहरीर लेकर आए हैं। एफआईआर दर्ज कर दूंगा। कोई बचा नहीं पाएगा। इस पर रोहित ने कहा कि अधिकारियों के आदेश पर कार्रवाई की है जो आपको करना है कर दीजिए।इसके बाद रोहित तिवारी ने धमकी की जानकारी डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार को दी। इसके बाद डीसीपी ने जांच एडिशनल डीसीपी सेंट्रल आरती सिंह को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार, रायपुरवा में तैनाती के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने उनके क्षेत्र से दो तस्करों को दबोचा था, इंस्पेक्टर ने डीसीपी क्राइम और दबिश देने वाली टीम के खिलाफ बगैर सूचना दिए इलाके में दबिश देने पर नाम जोड़ी में चढ़ा दिया था। इसकी जांच जारी है। सेंट्रल जोन में तैनात इंस्पेक्टर काकादेव के अलावा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कोहना व थाना प्रभारी नजीराबाद के खिलाफ सभी आरोप हैं। इनके खिलाफ विवेचना में लापरवाही, अधिकारियों को घटनाओं की सूचना न देना, बगैर जानकारी एफआईआर दर्ज करना, आरोप लगे हैं। इसके बाद भी महत्वपूर्ण थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।