संवाददाता।
कानपुर। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कानपुर मेडिकल कॉलेज के गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशिएलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट का उद्घाटन 24 जनवरी को किया जाएगा। पीजीआई का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ऑनलाइन करेंगे। इस मौके पर शहर के सांसद सत्यदेव पचौरी, भाजपा के कई विधायक, जीएसवीएम के प्राचार्य व फैकल्टी मौजूद रहेंगे।जीएसवीएम की इस पीजीआई में हर मर्ज का इलाज अब संभव है। बड़े से बड़े ऑपरेशन के लिए आपको दूसरे शहर का रुख करने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) के जीटी रोड की तरफ दो सौ करोड़ रुपये से जीएसवीएम पीजीआई का निर्माण कराया गया है। प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि यहां पर 30 बेड के आईसीयू और 240 जनरल बेड की सुविधा है। सभी बेड आधुनिक मशीनों से लैस है। इसके अलावा मरीजों से संबंधित सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध है। इसमें न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलाजी, गैस्ट्रो मेडिसिन (पेट रोग) विभाग, नेफ्रोलाजी (गुर्दा रोग) विभाग, पेन मेडिसिन विभाग, फिजिलक मेडिसिन एवं रिहैबिलिटेशन विभाग, आर्थोपेडिक की आर्थोप्लास्टी विभाग समेत आठ विभाग बनाए गए है। जीएसवीएम पीजीआई में सभी अत्याधुनिक जांच मशीनें लगाई गई है। डायग्नोस्टिक सेंटर में अत्याधुनिक तकनीक वाली एमआरआई, सीटी स्कैन, डिजिटल एक्सरे व अल्ट्रासाउंड समेत अन्य मशीनें है। इससे जांचें तो अच्छी होंगी ही साथ ही क्लीयरटी भी काफी होगी। इन मशीनों के माध्यम से कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों का पता आसानी से चल जाएगा। इसके अलावा यहां पर रीढ़ की हड्डी, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र से लेकर आंत, पेट व हड्डियों से जुड़ी पैथालाजी व डायग्नोस्टिक जांचों की सुविधा भी है। अभी ट्रायल के रूप में इसकी शुरुआत की गई है। यहां पर हाईटेक आपरेशन थियेटर बनाए गए। ऑपरेशन थियेटर ब्लाक में आठ माड्यूल आपरेशन थियेटर हैं। यहां मौजूद बेड में अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग हुआ है।