संवाददाता।
कानपुर। नगर के महाराजपुर थाना क्षेत्र में साइबेरियन पक्षियों को स्वच्छंदता पूर्वक गंगा की तलहटी में घूमना व जलक्रीड़ा करना उनके लिए अभिशाप बन गया था। लेकिन विश्ववार्ता ने दो दिसंबर से इनको बचाने के लिए लगातर खबरें प्रकाशित की थी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस से लेकर उच्चाधिकारियों और वन विभाग की नींद टूटी और शिकार बंद होने के साथ ही शिकारी जेल गए। आपको बता दें कि विदेशी पक्षियों की गंगा किनारे मौजूदगी पर्यटन के लिहाज से तो महत्वपूर्ण है ही, जैव विविधता के लिए भी ये बहुत जरूरी है। दैनिक भास्कर द्वारा इनको बचाने, सुरक्षा व संरक्षण की जो बड़ी पहल शुरू की गई है, उसमें जनसहभागिता बढ़ने लगी है। लोग स्वयं इनके संरक्षण के लिए आगे आने लगे हैं। विधानसभा अध्यक्ष व महाराजपुर क्षेत्र से विधायक सतीश महाना का कहना है कि महाराजपुर के सैमसी झील का जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण का काम इसी उद्देश्य से कराया गया था। ताकि यहां प्रवासी पक्षी आ सकें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ बैठक करके पक्षियों की सुरक्षा के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। सरसौल ब्लाक प्रमुख डॉ. विजय रत्ना सिंह तोमर का कहना है कि ब्लाक के समस्त प्रधानों के साथ बैठक कर गंगा, झील व तालाब किनारे मौजूद प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जाएगा। इनके संरक्षण के लिए जागरूकता के साथ सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। ग्राम पंचायत सचिव प्रियंका त्रिपाठी का कहना है कि सैमसी झील व गंगा से जुड़ी ग्राम पंचायतों के गांवों में ग्रामीणों, प्रधानों, पंचायत सचिव व समाजसेवियों से मिलकर जागरूक करेंगी।