संवाददाता।
कानपुर। नगर के गर्ल्स हॉस्टल केयर टेकर मर्डर केस में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। केयर टेकर के शादी का दबाव बनाने पर उसके परिचित अर्जुन यादव ने दोस्तों संग मिलकर उसका मर्डर कर दिया था। अर्जुन यादव टिफिन सप्लाई का काम करता है। वारदात से पहले उसके दो दोस्त बहाने से वार्डन की नाबालिग बेटी को घर से बाहर ले गए थे। पुलिस इन चारों आरोपियों को जेल भेज चुकी है। एडीसीपी सेंट्रल आरती सिंह ने बताया कि मामला काकादेव थाना क्षेत्र का 13 नवंबर की शाम का है। यहां के गीता नगर स्थित एक गर्ल्स हॉस्टल में केयर टेकर खून से लथपथ मिली थी। परिवार के लोगों ने उसे हैलट में एडमिट कराया था। जहां पर देर रात उसने दम तोड़ दिया। मामले की जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी अर्जुन यादव को जेल भेजा था। उसके अगले दिन जांच में सामने आया कि हत्याकांड में उसके भाई रिंकू यादव और दो दोस्त चिंटू तिवारी व रोहित यादव ने साथ दिया था। इस पर पुलिस ने इन तीनों को भी अरेस्ट करके जेल भेज दिया था। शनिवार को जांच-पड़ताल के दौरान कॉल डिटेल, सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्यों से हत्याकांड की वजह भी साफ हो गई। एडीसीपी ने बताया कि हॉस्टल की केयर टेकर से अर्जुन (25 वर्ष) के चार से पांच साल से संबंध थे। लेकिन अब अर्जुन के परिवार वालों ने उस पर शादी करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया था। इस पर अर्जुन ने वार्डन से दूरी बढ़ाना शुरू कर दिया था। इस बात की जानकारी महिला वार्डन को होने पर वह अर्जुन पर खुद से शादी करने का दबाव बनाने लगी। अर्जुन ने चार बच्चे और खुद से 10 साल बड़ी होने के चलते उससे शादी करने से इनकार कर दिया। इसके चलते महिला केयर टेकर शादी करने की जिद पर अड़ गई। उसने यहां तक कह दिया था कि मेरा पांच साल तक शारीरिक शोषण किया है, शादी नहीं की तो जेल भिजवा दूंगी। इसके बाद अर्जुन ने दीवाली के बाद परेवा वाले दिन केयर टेकर के घर पर ही शराब पार्टी रखी। इसके साथ ही अपने भाई रिंकू और दोस्त चिंटू तिवारी व रोहित यादव के साथ वार्डन की हत्या करने की साजिश रची। रिंकू और रोहित यादव महिला की नाबालिग बेटी को बहाने से बाहर लेकर चले गए। इसके बाद अर्जुन और चिंटू तिवारी ने मिलकर वार्डन से गैंगरेप किया। इसके बाद दोनों ने महिला केयर टेकर की नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया। हालांकि, दोनों के भागने से पहले बेटी वापस घर आ गई थी और अर्जुन को खून से सने कपड़ों में भागते हुए देख लिया था।