संवाददाता।
कानपुर। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला मंदिर में भव्य कार्यक्रम और भगवान श्रीराम की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा। कानपुर में 170 साल पुराना रामलला का मंदिर रावतपुर गांव में मौजूद है। इस मंदिर की खासियत है कि यहां पर विराजमान रामलला यानि भगवान श्रीराम का बाल स्वरूप मूर्ति मौजूद है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि बाल स्वरूप भगवान श्रीराम का पूरे विश्व में किसी मंदिर में नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि रामलला मंदिर उत्तर प्रदेश में सिर्फ कानपुर में मौजूद है। 22 जनवरी के बाद अयोध्या में भगवान राम की जन्म भूमि में रामलला मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद दूसरा मंदिर हो जाएगा। इस मंदिर से जुड़ी कहानी भी है कि किस लिए भगवान राम के बाल स्वरूप को यहां पर प्राण प्रतिष्ठा कराकर उनका पूजा अर्चना शुरू की गई थी। मंदिर के पुजारी आचार्य सुशील मिश्र गिरी महाराज ने बताया कि ये मंदिर 18 सौ ईस्वी में बनाया गया था। लोग बताते हैं की मध्य प्रदेश के एक राजा जिनका विवाह यहां हुआ था। उनका साम्राज्य भी यहां हुआ करता था। जिसके अंतर्गत 56 गांव आते थे। शादी के बाद राजा यहां से चले गए। कई सालों तक राजा वापस नहीं आए और उनकी रानी इंतजार करती रही। लेकिन जब 10 साल से अधिक समय तक रानी इंतजार करती रही। रानी की कोई संतान नहीं थी, तो उन्होंने रावतपुर गांव में भव्य रामलला का मंदिर बनवाया। जिसमें बाल स्वरूप श्रीराम को गोद लिया। इसके बाद मंदिर में 6 इंच के भगवान श्रीराम के बाल स्वरूप की मूर्ति दाहिने हाथ का अंगूठा मुंह में लगाए हुए मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा कराया। रानी ने अपनी सारी संपत्ति रामलला ट्रस्ट रावतपुर गांव मंदिर के नाम कर दी थी। 22 जनवरी को जब अयोध्या में राम मंदिर में भव्य प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। तो कानपुर के इस प्राचीन रामलला मंदिर में भी विशेष आयोजन की तैयारी की गई है। इस मंदिर में 11000 घी के दीए जलाए जाएंगे। इसके साथ ही मंदिर ट्रस्ट के द्वारा शहर भर में घरों में दिया बाती का वितरण कराया जाएगा। जिसमें हर घर में पांच दीप दिए जाएंगे। 22 जनवरी को जलाने के लिए संकल्पित किया जाएगा। उनसे यह भी आग्रह किया जाएगा की पांच दीप के साथ जितनी उनकी समर्थ हो उस दिन उतने दिए वह अपने पास से घरों की छतों पर घर के द्वारों पर जरूर चलाएं। इसके साथ ही रावतपुर गांव पर पांच जगह बड़े एलईडी लगाकर अयोध्या में हो रहे 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को दिखाने का काम भी किया जाएगा। रामलला मंदिर रावतपुर गांव को भव्य रूप में सजाया जाएगा।