संवाददाता।
कानपुर। नगर से डीएम विशाख जी का अलीगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया। उनके पास केडीए वीसी का भी अतिरिक्त चार्ज था। इस दौरान उन्होंने कुशल प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर जिम्मेदारियों को निभाया। चुनाव से पहले डीएम का ट्रांसफर तय माना जा रहा था। क्योंकि विधानसभा चुनाव में राजनैतिक पार्टियों की शिकायत पर चुनाव आयोग ने उनका ट्रांसफर कर दिया था। शासन में अच्छी छवि होने के चलते चुनाव खत्म होने के बाद उन्हें वापस कानपुर डीएम का चार्ज सौंपा गया था। इन्हें मुख्यमंत्री का करीबी भी माना जाता है। गाजियाबाद के डीएम आरके सिंह को कानपुर का नया डीएम बनाया गया है।विशाख जी ने मेट्रो के लिए जमीन अधिग्रहण, कानपुर अलीगढ़ फोरलेन, न्यू कानपुर सिटी जमीन, रिंग रोड जमीन अधिग्रहण के साथ ही कई रुके हुए विकास कामों को शुरू कराया। विशाख जी के कार्यकाल में बिना किसी अप्रिय घटना के निकाय चुनाव संपन्न हुआ। जिले की कमान संभालने के चार महीने के बाद ही विधानसभा चुनाव में आयोग ने जनवरी 2022 में डीएम विशाख जी को हटा दिया था। वह पांच महीने बाद आठ जून 2022 को कानपुर लौटे। तब से वह लगातार जिले की कमान संभाले हुए थे। वहीं केडीए वीसी अरविंद सिंह के जाने के बाद डीएम विशाख जी को केडीए वीसी का भी अतिरिक्त चार्ज दिया गया था। तब से वह लगातार शहर के विकास के लिए नई-नई योजना बनाने और पुराने फंसे हुए प्रोजेक्ट को पूरा करने में तत्पर थे। विशाख जी की सूझबूझ से कानपुर अलीगढ़ चौड़ीकरण का काम पूरा होकर एक तरफ का रास्ता खोल दिया गया है। लंबे समय से फंसे न्यू कानपुर सिटी परियोजना के जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। कानपुर रिंग रोड परियोजना के प्रथम चरण का जमीन अधिग्रहण पूरा हो गया है। जल्द ही उसका काम शुरू होने वाला है। डिफेंस कॉरिडोर परियोजना को रफ्तार से शुरू कराने का काम किया। 2014 से लटके आसरा आवास को पूरा कराया। काफी समय से अटके कानपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल को पूरा कराकर उसे चालू कराया। कई शहरों की कनेक्टिविटी कानपुर से जोड़ने में विशाख जी का अहम योगदान रहा।