संवाददाता।
कानपुर। यूपी में बुधवार सुबह मौसम बदल गया। प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ समेत प्रदेश के 8 शहरों में सुबह बारिश हुई। कानपुर से सटे उन्नाव में बारिश के बीच सुबह ओले गिरे। बारिश और शीतलहर ने ठंड बढ़ा दी। रुक-रुक कर बारिश हो रही है। कौशांबी, जौनपुर और मिर्जापुर में भी बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, चक्रवाती हवा की वजह से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बुधवार को 12 जिलों में बारिश की संभावना जताई है। यूपी की बात करें, तो बर्फीली हवाओं के कारण पहाड़ों जैसी ठंड महसूस हो रही है। मंगलवार को मेरठ, अलीगढ़, लखनऊ, सुल्तानपुर और गोरखपुर में सीवियर कोल्ड-डे देखने को मिला। बुधवार को भी कोल्ड-डे को लेकर अलर्ट जारी किया। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक बारिश का अनुमान जताया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस बारिश से फसलों को फायदा होगा। लेकिन, बारिश और कोहरे के असर के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट पटरी से उतर गया। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज जैसे शहरों में कई फ्लाइट कैंसिल हो गई है। वहीं, ट्रेनें भी लेट हैं। आईएमडी के मुताबिक, आज सुबह गोरखपुर में घने कोहरे के चलते 50 मीटर, लखनऊ में 200 और वाराणसी में 200 मीटर विजिबिलिटी रही। मेरठ, झांसी और बरेली में भी 50 मीटर की विजिबिलिटी रही। मतलब घना कोहरा छाया रहा। कानपुर की सीएसए यूनिवर्सिटी के कृषि विज्ञानी से बारिश पर उन्होंने बताया- जनवरी माह की पहली बारिश फसलों के लिए बेहद फायदेमंद होगी। गन्ना, गेहूं, आलू, चना, सरसों, मटर, जौ और मूली आदि सभी रबी फसलों के लिए ये बारिश अच्छी होगी। बारिश के पानी के साथ प्रकृति में मौजूद लगभग 5% नाइट्रोजन का फिक्सेशन हो जाता है। जिससे प्राकृतिक रूप से सभी फसलों को पानी के साथ नाइट्रोजन मिल जाती है। इसीलिए, बारिश का पानी सिंचाई जल से कहीं अधिक फायदेमंद माना जाता है। इन दिनों सर्दी अधिक होने के कारण फसलों को उचित तापमान मिल जाता है। जिससे उत्पादन बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। इस बारिश से सरसों के फल का दाना मोटा होगा। इससे अच्छा उत्पादन मिलेगा। वहीं, बारिश से किसानों को सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी। उससे उनकी मेहनत और लागत दोनों में कमी आएगी। किसान इस बात का जरूर ख्याल रखें कि खेत में पानी को भरने न दें। वाराणसी में बारिश और कोहरे की वजह से आज तीन फ्लाइट डायवर्ट कर दी गई हैं। आज 3 फ्लाइट डायवर्ट कर भुवनेश्वर और दिल्ली में लैंडिंग कराई गई। बेंगलुरु एयरपोर्ट से वाराणसी आने वाली आकासा की फ्लाइट क्यूपी 1421 सुबह 8:25 बजे बेंगलुरु एयरपोर्ट से उड़ान भरकर 10:10 बजे वाराणसी एयरोस्पेस में पहुंच गई थी, लेकिन वाराणसी में विजिबिलिटी कम होने की वजह से फ्लाइट 30 मिनट तक हवा में चक्कर लगाती रही। फ्यूल खत्म होने की कंडीशन के चलते फ्लाइट को भुवनेश्वर एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट कर दिया गया। मुंबई एयरपोर्ट से यात्रियों को लेकर सुबह 8:33 बजे उड़ान भरने के बाद इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E 6543 सुबह 10 बजे वाराणसी के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गया था। आधे घंटे तक हवा में चक्कर लगाने के बाद विमान को नई दिल्ली एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट कर दिया गया। हैदराबाद से वाराणसी आ रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E 915 भी हवा में रोटेट होते रही। उसे भी लैंडिंग की परमिशन नहीं दी गई। इस फ्लाइट को भी डायवर्ट किए जाने की सूचना है। पिछले 24 घंटे में 8 फ्लाइट वाराणसी देरी से आईं, 5 कैंसिल हुईं। दिल्ली से कानपुर आने वाली फ्लाइट रद कर दी गई। कानपुर से दिल्ली जाने वाले 117 यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। एयरपोर्ट निदेशक संजय कुमार ने बताया कि दिल्ली में कोहरा होने के कारण उड़ान रद कर दी गई। कानपुर सेंट्रल स्टेशन आने वाली 40 से अधिक ट्रेनें 10 से 21 घंटे लेट रहीं। ट्रेनों के लेट होने से 2900 से अधिक यात्रियों ने टिकट निरस्त करा दिए। 378 यात्रियों को कनेक्टिंग ट्रेन में वैकल्पिक यात्रा की सुविधा दी गई।