November 22, 2024

संवाददाता।
कानपुर।
नगर एक कारोबारी के बेटे की किडनैपिंग के बाद हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड को उसकी ट्यूशन टीचर ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अंजाम दिया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि 30 लाख की फिरौती के लिए हत्या की गई। इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। वहीं, टीचर और छात्र के अफेयर की बात सामने आ रही है। इस एंगल पर भी पुलिस जांच कर रही है। छात्र का शव टीचर के प्रेमी के घर से मिला है। पुलिस ने टीचर रचिता, उसके प्रेमी प्रभात शुक्ला और दोस्त आर्यन उर्फ अंकित को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मंगलवार दोपहर पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं, पुलिस जब तीनों को कोर्ट ले जा रही थी, तभी वहां मौजूद लोगों ने तीनों की जमकर पिटाई कर दी। आचार्य नगर के रहने वाले कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया का पी-रोड पर कपड़े का बड़ा शोरूम है। मनीष का बेटा कुशाग्र कैंट के जयपुरिया स्कूल में 10वीं का छात्र था। रोज की तरह सोमवार शाम भी करीब 4 बजे वह स्कूटी से स्वरूप नगर स्थित कोचिंग के लिए निकला, लेकिन फिर लौट कर नहीं आया। मां सोनिया ने उसे शाम 7:30 बजे फोन किया, तो स्विच ऑफ था इसके बाद उन्होंने पति मनीष और बच्चे के बाबा संजय कनोडिया को इस बारे में बताया। अभी परिवार के लोग तलाश में ही जुटे थे कि इसी बीच पत्थर में लिपटा हुआ एक लेटर घर पर पड़ा मिला। परिवार के लोगों ने उसे खोलकर देखा, तो 30 लाख रुपए फिरौती मांगी गई थी। किडनैपर ने लिखा था कि अगर बच्चे को सही-सलामत चाहते हो तो रुपए तैयार रखना। कुछ देर में फोन करके जगह बता देंगे। कुशाग्र की हत्या में 3 किरदारों के नाम सामने आए हैं। इनमें सबसे प्रमुख नाम उसे 3 साल से ट्यूशन पढ़ाने वाली रचिता वत्स का है। इसके अलावा उसका प्रेमी प्रभात और उसका दोस्त आर्यन उर्फ अंकित ने रचिता का पूरा साथ दिया। रचिता पिछले एक महीने से कुशाग्र के अपहरण की कहानी रच रही थी। मगर, कुशाग्र के घर का कोई भी व्यक्ति इस बात को समझ पाया था। दरअसल, रचिता जानती थी कि कुशाग्र के पिता बड़े कारोबारी हैं। उनके पास भरपूर पैसा है। इसीलिए वह कुशाग्र को पढ़ाने के दौरान ही उससे समय-समय पर घर के हालात और मनीष पापा के बिजनेस के बारे में भी पूछा करती थी। इससे उसे लगने लगा था कि इस परिवार से उसे लाखों रुपए मिल सकते हैं। इसी बीच 13 अक्टूबर को कुशाग्र का बर्थडे पड़ गया। इसमें उसने अपनी टीचर रचिता को बुलाया। रचिता उसके घर अकेले न आकर अपने प्रेमी प्रभात को भी साथ ले आई। कुशाग्र के घर की शानो-शौकत देखकर रचिता और प्रभात ने उसका अपहरण करने की योजना बना ली। कुशाग्र सोमवार शाम 4 बजे स्कूटी से कोचिंग के लिए निकलता है। रास्ते में उसे ट्यूशन टीचर रचिता वत्स का प्रेमी प्रभात मिल जाता है। वह उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। इसके बाद दोनों ओमनगर में इंद्रकुटी हाता स्थित प्रभात के घर पहुंचे। प्रभात आगे-आगे चल रहा था। उसके पीछे-पीछे हेलमेट पहने कुशाग्र जा रहा था। इसी के बगल वाले कमरे में रचिता रुकी हुई थी। जब कुशाग्र प्रभात के घर पहुंचा, तो रचिता भी वहां आ गई। फिर दोनों ने मिलकर एक स्टोरनुमा कमरे में कुशाग्र को बंद कर दिया। इसके बाद प्रभात ने अपने दोस्त आर्यन उर्फ अंकित को बुलाया। आर्यन भी स्कूटी से कुशाग्र के घर पहुंचा। वहां उसने कुशाग्र के किडनैप होने और 30 लाख की फिरौती का लेटर लिखा। साथ ही मामले को डाइवर्ट करने के लिए ‘अल्लाह हू अकबर’ भी लिख दिया। इसके बाद वह लेटर कुशाग्र के घर में फेंक आया। इसी बीच सोमवार रात पुलिस कई बार इंद्रकुटी हाता पहुंची। इससे प्रभात डर गया। उसे लगा कि कुशाग्र को किडनैप करने में वह फंस सकता है। इसके बाद प्रभात ने कुशाग्र को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया। इससे कुशाग्र बेहोश हो गया। इसके बाद उसने कुशाग्र की गला दबाकर हत्या कर दी। 

जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया, “अब तक की जांच में सामने आया है कि जान-पहचान और संबंधों में यह हत्या की गई है। रचिता इस बच्चे को दो-तीन सालों से जानती थी। वह कुशाग्र के घर में 2021-22 में ट्यूशन पढ़ाने आती रही है। उन्होंने बताया, “सोमवार को प्रभात शुक्ला टीचर रचिता के जरिए कुशाग्र को बुलाता है। फुटेज में दिख रहा है कि आरोपी आगे-आगे और लड़का पीछे-पीछे अपनी मर्जी से स्कूटी खड़ी कर हेलमेट लगाए जा रहा है। आरोपी प्रभात कमरे में साढ़े चार बजे एंट्री करता है। करीब 40 मिनट बाद प्रभात स्टोरनुमा कमरे से बाहर निकल आता है। लड़का उसी कमरे में बंद रहता है। इसके बाद प्रभात बगल के किराए के कमरे में चला जाता है। रचिता भी वहीं किराए के कमरे पर रहती है। सीसीटीवी में दिख रहा है कि प्रभात का दोस्त अंकित भी वहां आया था।” मंगलवार तड़के 4:32 बजे के बाद उस कमरे में कोई नहीं जाता है। इससे साफ है कि हत्या सुबह साढ़े चार बजे के आसपास ही हुई होगी। जो स्कूटी लेटर ड्रॉप करने के लिए यूज की गई थी, उसे भी बरामद कर लिया गया है। स्कूटी का असली रजिस्ट्रेशन यूपी78 एफ़2204 है। लेकिन, जांच में सामने आया कि उसकी नंबर प्लेट से छेड़छाड़ की गई। एफ़ को ई बना दिया गया था। लेकिन स्कूटी के रंग, फटी हुई सीट के आधार पर आरोपी पकड़े गए।” लेटर में लिखा था… मैं नहीं चाहता कि आपका त्योहार बर्बाद हो। आप मेरे हाथ में पैसे रखो और लड़का 1 घंटे बाद आपके पास होगा। हम आपको कल फोन करेंगे… अल्लाह हू अकबर। इस लड़के की गाड़ी और उसका मोबाइल दोनों आपके घर के पास होटल द सिटी क्लब के पास है। मैं आपका नुकसान नहीं चाहता। आपसे बार-बार बोल रहा हूं कि घबराएं न। अल्लाह पर भरोसा रखें। 

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