सभी दलों के पार्षदों ने वर्षो पूर्व उठाया था ये मुददा
संवाददाता।
कानपुर। नगर में अनियमित खोदाई एक बड़ा घोटाला हुआ है केस्को की ठेकेदार कंपनी केईआई ने नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में अंडरग्राउंड केबिल डालने का कार्य किया जिसका नगर निगम जो शुल्क लेता है वो प्रति मीटर के हिसाब से होता है लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की मिली भगत से कागजी कार्यवाही में केवल ये लिखा जाता था कि फला मकान नम्बर के आगे जिसमे कितने मीटर है का उल्लेख नही किया जाता था जिस विषय पर दो वर्ष पूर्व सदन में मौजूदा भाजपा पार्षद वार्ड 83 राशिद आरफी ने लिखित प्रश्न नगर आयुक्त से उनके वार्ड में एक करोड़ छप्पन लाख के खुदाई कार्य मे मात्र राजस्व लगभग पैतीस लाख ही जमा किया गया है तो नगर आयुक्त की तरफ से जांच के आदेश की बात कह दी गई थी जिसका उल्लेख सदन की प्रश्नोत्तरी पुस्तिका में अंकित है। ये घोटाला पूरे नगर निगम के अधिकार क्षेत्र के छह जोनों में हुआ है केस्को विभाग की तरफ से अंडरग्राउंड केबिल डालने के कार्य में नगर निगम से रोड कटिंग की अनुमति लेकर और जो राजस्व लगभग पचास करोड़ बनता होगा उसमे कुछ लाख रुपये जमा करके खानापूर्ति कर दी गई नगर निगम के अधिकारियों ने मौके पर जाकर कभी ये नही देखा कि कितने मीटर कटिंग हुई है और न ही कभी नाप करी गई सिर्फ इंजीनियरिंग विभाग से अनुमति प्रदान कर दी जाती है ये कहना था पूर्व शिकायत करता भाजपा पार्षद राशिद आरफी का उसी कड़ी में वर्षों बाद कुछ कार्यवाही को करके दिखाया गया है जिसमे फर्म को 86 लाख रुपए से ज्यादा का नोटिस थमाया है। नगर निगम की जांच में बिना अनुमति के कंपनी द्वारा खोदाई की बात सामने आने पर यह कार्रवाई की गई है। जोन-3 और 5 में भी जांच में कंपनी द्वारा खोदाई कार्य में अनियमितता मिली है, लेकिन जोनल अभियंताओं द्वारा कंपनी को नोटिस नहीं दिया गया। इस पर महापौर प्रमिला पांडेय ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नोटिस भेजने के निर्देश दिए हैं। नगर में भूमिगत बिजली के केबिल डालने में अनियमित रोड कटिंग की शिकायत पर महापारै ने 17 अक्टूबर को नवाबगंज क्षेत्र में निरीक्षण किया था। इस दौरान महापौर ने काम बंद करा साइट से केस्को के 2 इंजीनियरों को पकड़ा था। इसके बाद नगर निगम मुख्यालय में बिना एसी और पंखे में बैठा दिया था।इंजीनियरों के इस व्यवहार पर केस्को एमडी ने शासन में शिकायत की थी। महापौर द्वारा पकड़े जाने पर विभाग आमने-सामने आ गए हैं। इस घटना के बाद महापौर ने अपने सभी जोनल अधिकारियों को रोड कटिंग की जांच के निर्देश दिये थे। महापौर द्वारा मंगलवार को जांच रिपोर्ट के साथ सभी अधिकारियों को नगर निगम में बुलाया। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन के निर्देश पर सभी अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में की गई जांच रिपोर्ट दी। जोनल अभियन्ता, जोन-2 दिवाकर भास्कर ने बताया कि उनके वार्ड-95 व 66 में बिना अनुमति के 1.25 किलोमीटर रोड कटिंग की गई। जिस पर 51 लाख 19 हजार 440 का 5 गुना अर्थदंड लगाकर कंपनी केईएम इंडस्ट्रीज को नोटिस दिया है। महापौर ने बताया कि 6.473 किलोमीटर की अनुमति के स्थान पर कंपनी ने 6.951 किलोमीटर रोड कटिंग कर दी। इस पर चार लाख 35 हजार का अतिरिक्त अर्थदंड की नोटिस भेजी जा रही है। सहायक अभियन्ता, जोन-6 कमलेश पटेल ने बताया कि वार्ड -40 में 48 पिट के स्थान 175 पिट एवं वार्ड-17 में 185 पिट के स्थान पर 577 पिट खोद दी गयी है, जिस पर 27 लाख के अर्थदण्ड की नोटिस कंपनी को दी जा रही है। जोन-3 के जोनल अभियन्ता अतुल पांडेय ने बताया कि उनके क्षेत्र में 6.09 किलोमीटर की अनुमति के स्थान पर अभी तक 3.42 किलोमीटर तक कटिंग की गयी है। लेकिन, पिट की कटिंग 10 मीटर के स्थान पर 2.50 मीटर पर की जा रही है, अतिरिक्त पिट कटिंग पर आगणन तैयार कर नोटिस जल्द ही भेजी जाएगी। इसी तरह जोनल अभियन्ता, जोन-5 नानक चन्द्र ने बताया कि 11.46 किलोमीटर के स्थान पर कंपनी ने अभी तक 5.14 किलोमीटर कार्य किया है। लेकिन, 941 पिट के स्थान पर 1286 पिट कटिंग हुई, जिसका आगणन तैयार कर अर्थदंड देने के लिए नोटिस जल्द भेजी जाएगी। जोन 3 और 5 के अधिकारियों पर रोष जताते हुए महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि जल्द ही कार्रवाई की जाए। जोनल अभियन्ता जोन-1 आरके पाल ने बताया कि जोन-1 में अभी तक एक करोड़ 11 लाख रुपये जमा हैं, लेकिन अभी तक कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ है। इसी तरह जोनल अभियन्ता, जोन-4 आरके तिवारी ने कहा कि रोड कटिंग के मद में 3 करोड़ रुपये जमा है, लेकिन कंपनी यहां दीपावली के बात कार्य शुरू करेगी। बैठक में नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन, मुख्य अभियन्ता (सिविल) मनीष अवस्थी समेत अन्य अधिकारी रहे।