October 18, 2024

संवाददाता।
कानपुर।
नगर में इन दिनों हाई ग्रेड फीवर काफी तेजी से फैला हुआ है। उमस भरी गर्मी ने वायरस का खतरा बढ़ा दिया है। दिन पर दिन इसके मरीज बढ़ते जा रहे है। कानपुर मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन वायरस के बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें उल्टी, दस्त और पेट दर्द, गले में दर्द की समस्या थी। डॉक्टर ने कहा कि इस मौसम में वायरस जल्दी अटैक करता है। इस गर्मी से लोगों को बचकर रहना होगा और बाहर की चीजों को खाने से बचना होगा, नहीं तो वायरस तेजी से अटैक करेगा। अगर पिछले 24 घंटे की बात की जाए तो कानपुर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल, काशीराम अस्पताल, केपीएम हॉस्पिटल, उर्सला हॉस्पिटल समेत अन्य अस्पतालों में लगभग 120 मरीज भर्ती हुए हैं। कानपुर मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के डॉ. एसके गौतम ने बताया कि इन दिनों रोटा वायरस और इनफ्लुएंजा वायरस का खतरा बढ़ गया है। अब जो भी मरीज अस्पताल में आ रहे हैं उनमें संक्रमण अधिक देखा जा रहा हैं। रोटा वायरस अटैक करता है तो व्यक्ति में पहले दस्त होती हैं फिर इसके बाद उल्टी शुरू होती है। दस्त होने पर शरीर का पोटेशियम कम हो जाता है, जिसके कारण उल्टियां शुरू हो जाती हैं। इनफ्लुएंजा वायरस अटैक करता है तो गले में दर्द, पेट मे दर्द, खांसी आदि समस्या होती है। फिर दस्त होने लगते हैं। पिछले 24 घंटे की बात करें तो कानपुर मेडिकल कॉलेज में लगभग 40, उर्सला हॉस्पिटल में 30, केपीएम में 10, काशीराम में भी 25 से 30 मरीज भर्ती हुए है। यह आंकड़ा तो सिर्फ सरकारी अस्पतालों का है यदि निजी अस्पतालों को भी जोड़ा जाए तो करीब रोजाना शहर भर में 150 मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। डॉ. गौतम की मानें, तो यह वायरस दूषित पानी पीने से सबसे ज्यादा अटैक करता है। पानी में जो वायरस होते हैं उनके कारण लोगों को पेट की समस्या अधिक हो जाती है। धूप और छांव के बार-बार संपर्क में आने से आपको रोटावायरस अटैक करेगा। कानपुर मेडिकल कॉलेज में रोजाना की ओपीडी में 60% मरीज बढ़ गए हैं। इसमें रोटावायरस के मरीजों की संख्या ज्यादा है। अगर मरीजों ने जरा सी भी लापरवाही बरती तो उनकी हालत बिगड़ जाती है। डॉ. गौतम ने बताया कि बहुत से मरीज ऐसे हैं, जिनका ब्लड प्रेशर एकदम लो हो जाता है। ऐसे मरीजों के आगे ज्यादा समस्या आ जाती है। इन मरीजों को तुरंत भर्ती करके दवा चढ़ानी पड़ती है। इसलिए अगर जरा सा भी वायरस का खतरा बढ़े तो तुरंत डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए। अगर ब्लड प्रेशर गिरता चला गया तो कभी-कभी मरीजों की जान पर बन आती है। डॉ. गौतम ने लोगों को सलाह दी कि बाहर का खाना खाने से बचें। खुला पानी ना पिए। घर पर रहे तो आरो का पानी पिए या फिर पानी उबालकर पीए। इसके अलावा कटे हुए फलों का सेवन ना करें, बासी खाना खाने से बचें। बाहर निकलने से पहले फुल कपड़े पहनें, ताकि मच्छर शरीर के किसी भी अंग में कट न पाए। 

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