संवाददाता।
कानपुर। नगर में ई-रिक्शा वाहनों पर नकेल कसने के लिए बड़ा फैसला लेने की तैयारी है। शहर के तीन प्रमुख चौराहों को नो ई-रिक्शा जोन बनाया जाएगा। घंटाघर, टाटमिल और रामादेवी चौराहे के चारों ओर 50 मीटर के दायरे में ई-रिक्शा नहीं आ सकेंगे।इस रेंज से बाहर उनके लिए स्टॉप प्वाइंट निर्धारित किए जाएंगे, जहां वे सवारी उतार या बैठा सकेंगे। इसको लेकर सोमवार को मंडलायुक्त अमित गुप्ता व पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में एकराय भी बन गई है। सूत्रों की मानें तो इसी हफ्ते इसको लेकर आदेश जारी हो जाएंगे। ट्रैफिक की समस्या को लेकर अधिकारियों ने 14 चौराहों को जाममुक्त करने के लिए गठित लोकल टास्क फोर्स को रखा गया। बताया गया कि अगर ई रिक्शा चौराहों से दूर खा जाए, तो चौराहों पर जाम की स्थिति में सुधार किया जा सकता है । रिक्शा वैध है या अवैध यह तय करने के लिए अब पहले सभी का सत्यापन का रजिस्ट्रेशन कर डाटा तैयार करने के लिए कहा गया है। इसके बाद कौन किस रूट पर चलना चाहता है। इसे देखकर लॉटरी के जरिये रूट जारी कर एलॉट किए जाएंगे। वहीं, मेट्रो को बिना ट्रैफिक पुलिस से संपर्क किए काम न करने और पहले दिए गए समय से पहले काम खत्म करने को कहा गया है । एडीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि पहले तीन चौराहों को ई रिक्शा फ्री किया जाएगा। इनमे सबसे पहले घंटाघर और रामादेवी चौराहों को नो ई रिक्शा जोन किया जाएगा । विभागो के सर्वे के दौरान पता चला हैं की शहर में जाम की सबसे बड़ी वजह बढ़ते ई रिक्शा ही है ,जो बेतरतीब इधर उधर चलते हैं ।