संवाददाता। कानपुर। नगर के बिल्हौर थाना क्षेत्र में बीते दिनों आत्मघाती हमले में घायल हुए पूर्व प्रधान पति पप्पू यादव की शुक्रवार को उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव लेकर घर जा रहे आक्रोशित परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और शिवराजपुर थाने के सामने रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। जिससे जीटी रोड पर लंबा जाम लग गया। परिजन आरोपियों की जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। डीसीपी के आश्वासन के बाद वे शांत हुए। शिवराजपुर थाना क्षेत्र के हरनू गांव निवासी पूर्व प्रधान पति पप्पू यादव पर 7 नवंबर की रात खेत से घर लौटते समय शुक्लापुर गांव में शराब ठेके के पास वर्तमान प्रधान ने अपने दो भाइयों व अन्य साथियों के साथ मिलकर लाठी-डंडे और सरिया से आत्मघाती हमला कर दिया था चीख पुकार की आवाज सुनकर ग्रामीणों को आता देख पूर्व प्रधान पति को मरणासन्न हालत में छोड़ मौके से भाग निकले थे। घटना के बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने उन्हें गंभीर हालत में कानपुर स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया था। 10 दिन तक चल उपचार के बाद शुक्रवार को पप्पू यादव की मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों ने शिवराजपुर थाने के सामने जीटी रोड पर शव रख कर जाम लगा दिया।घटना के 10 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक राजेश यादव के अतिरिक्त अन्य किसी भी हमलावर की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। पूर्व प्रधान पति के परिजनों द्वारा की जा रही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर मौके पर पहुंचे डीसीपी विजय ढुल के द्वारा आरोपियों की जल गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद जाम को खुलवाया जा सका। जाम के चलते लगभग डेढ़ घंटे तक आवागमन बंद रहा।