संवाददाता।
कानपुर। नगर के जवान करन सिंह यादव गुरुवार शाम को जम्मू के राजौरी में शहीद हो गए। आतंकी हमले में उनका शव क्षत-विक्षत हो गया। सेना के अधिकारियों ने शुक्रवार को जवान के घर पहुंचकर परिजनों को शव के बारे में जानकारी दी। कहा कि वह शव का अंतिम दर्शन नहीं कर पाएंगे। परिवार के लोगों से जम्मू चलने और वहीं अंतिम संस्कार करने की बात कही। हालांकि पहले परिजन इस पर राजी नहीं हुए। क्षत-विक्षत हालत में ही परिजनों ने शहीद के पार्थिव शरीर को कानपुर लाने की मांग की है। आज शहीद का राजकीय सम्मान के साथ गांव में अंतिम संस्कार करने की तैयारी शुरू हो गई। लेकिन सेना के सीनियर अफसरों से बातचीत के बाद शनिवार सुबह 5 बजे परिवार जम्मू जाने के लिए तैयार हो गया। अब जम्मू में शहीद जवान का अंतिम संस्कार होगा। शुक्रवार को शहीद जवान के घर जब सेना के अफसर पहुंचे तो मां सावित्री देवी पूछने लगीं कि हमाए बउआ का नहीं लाए। कहां है करन, सही-सही बताओ हमाए बउआ का भवो है…। बउआ कहके गए रहें कि अम्मा अबकी जल्दी घर आएंगे। मां की आंखों में आंसू और सवालों को सुनकर सेना के अफसरों का भी गला भर आया और आंसू बहने लगे। पिता बालक राम यादव भी यह सब देखकर खुद को रोक नहीं पाए और पत्नी से लिपट कर रोने लगे। अफसरों ने परिवार के लोगों को ढांढस बंधाया। भाई अर्जुन और तीनों बहने भी एक-दूसरे से लिपट कर रो रहे थे। गांव के लोगों ने परिवार के लोगों को किसी तरह से संभाला। पूरा माहौल गमगीन था। सेना के अफसर आर्यन और वीपी सिंह ने शुक्रवार को शहीद के घर पहुंचे थे। उन्होंने शहादत के बारे में बताया। आतंकी हमले में जिन दो जवानों के शव क्षत-विक्षत हो गए हैं, इनमें से एक करन का है। शव कानपुर लाने की स्थिति में नहीं है। परिजनों ने गांव में अंतिम संस्कार करने की बात रखी है। सेना के जवानों ने परिवार का संदेश अपनी यूनिट में भेज दिया है। हालांकि शनिवार सुबह परिवार जम्मू में ही अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गया। शहीद करन सिंह की मां, पिता और भाई फ्लाइट से जम्मू के लिए रवाना हुए है। अब वहीं राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। चौबेपुर के भाऊपुर गांव में रहने वाले किसान बालक राम यादव ने बताया,”उनका बेटा करन सिंह यादव (29 वर्ष) सेना की रायफल रेजीमेंट (आरआर बटालियन) में तैनात था। मौजूदा समय में उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर में थी। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में गुरुवार (21 दिसंबर) को आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर बम से हमला किया था। इसी हमले में उनके बेटे नायक करन शहीद हो गए हैं।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नायक करन के शहीद होने पर शोक संवेदना व्यक्ति की। इसके साथ ही भाजपा नेताओं को उनके घर भेजा। देर शाम को कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, सांसद अशोक रावत, विधायक प्रतिभा शुक्ला, विधायक राहुल सोनकर बच्चा शहीद के घर पहुंचे। कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने मुख्यमंत्री के संदेश को पढ़कर सुनाया। कहा कि इस दुख की घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार परिवारीजनों के साथ खड़ी है, परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। शहीद जवान का पूरा सम्मान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इसके साथ ही शहीद के नाम पर एक द्वार व एक सड़क का नामकरण भी किया जाएगा।