संवाददाता।
कानपुर। नगर में आईआईटी कानपुर में एक बार फिर सुसाइड कांड हुआ है। इस बार पीएचडी स्टूडेंट प्रियंका जायसवाल ने फांसी लगाकर जान दी है। हॉस्टल मैनेजर के पहुंचने के बाद मामले की जानकारी हुई। सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक टीम पहुंची और जांच पड़ताल में जुटी है। छात्रा के परिजनों को सूचना दे दी गई है। वो शुक्रवार पहुंचेंगे तब पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। झारखंड के दुमका निवासी नरेंद्र जयसवाल की बेटी प्रियंका जायसवाल आईआईटी कानपुर में पीएचडी केमिकल इंजीनियरिंग में 29 दिसंबर को एडमिशन लिया था। गुरुवार की सुबह प्रियंका कॉल रिसीव नहीं कर रही थी। फिर प्रियंका के पिता नरेंद्र ने हॉस्टल की मैनेजर रितु पांडेय को कॉल किया। इसके बाद वो छात्रा के कमरे गई और दरवाजे को धक्का दिया तो शव पंखे से लटक रहा था। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी आईआईटी प्रशासन को दी। साथ ही छात्रा के पिता को भी बताया। जानकारी होने के बाद परिजन कानपुर के लिए रवाना हो गए हैं। जो शुक्रवार को पहुंचेंगे। आईआईटी कानपुर में 29 दिन पहले महिला अधिकारी पल्लवी चिल्का (35 वर्ष) ने फांसी लगाकर जान दी थी। सुबह उनके कमरे पर सफाई कर्मचारी पहुंचा था। तब इसकी जानकारी हुई। छात्रावास अधीक्षक अतिकुर रहमान ने बताया कि पल्लवी पांच दिन पहले ही आर्य टावर में कक्ष संख्या-221 में शिफ्ट हुई थीं। कानपुर आईआईटी यानी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बुधवार रात एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। छात्र विकास मीना एयरोस्पेस से एमटेक कर रहा था। उसका सेकेंड ईयर था। हॉस्टल के कमरे से वह काफी देर तक बाहर नहीं आया, तो आसपास के छात्रों को शक हुआ। उन्होंने दरवाजा नॉक किया। कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। इसके बाद छात्रों ने आईआईटी प्रबंधन को इसकी सूचना दी। दरवाजा खुलवाया गया तो अंदर छात्र का शव फंदे से लटका हुआ था। साथी छात्रों ने बताया कि लगातार 3 बार बैक आ गई थी। इसके चलते आईआईटी ने छात्र को टर्मिनेट कर दिया था। इससे वो तनाव में था। छात्र मेरठ का रहने वाला था। वहीं, पहले कमरे में सुसाइड नोट था। मगर, पुलिस के पहुंचने से पहले गायब कर दिया गया। जानकारी पर गुरुवार को एसीपी अभिषेक पांडेय फोर्स के साथ पहुंचे। करीब 50 छात्रों से पूछताछ की। छात्र एक-दूसरे पर सुसाइड नोट चोरी होने का आरोप लगा रहे हैं। कानपुर पुलिस कमिश्नर ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है।