संवाददाता।
कानपुर। नगर के बजरिया थाना क्षेत्र छिपियाना में, एक व्यस्त बाजार और एक हलचल भरी मुद्दी दर्जी मस्जिद के सामने , एक कुख्यात जोड़ी – हाजी इम्तियाज बेग और उसका साथी कलीम दबंग, जिसे दबंग हिस्ट्रीशीटर के नाम से भी जाना जाता है, की एक और अवैध मल्टी स्टोरी के निर्माण में उत्खनन का कार्य चल रहा है जो सुप्रीम कोर्ट और विकास प्राधिकरण के नियमो के विपरीत है। कर्नलगंज, जो अपनी संकरी और तंग गलियों में एक दूसरे से सटी इमारतों के लिए विख्यात है, जहां पर एक अवैध बहुमंजिला इमारत के उद्भव का गवाह बन रहा है जो नियमों, बिना मानचित्र स्वीकृत बिना सेटबैक छोड़े आवश्यकताओं और बुनियादी सुरक्षा उपायों को धवस्त करता हुआ किया जा रहा है। कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड से जुड़े बिल्डरों द्वारा की गई खुदाई ने आसपास की इमारतों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है, जहां एक दर्जन जर्जर इमारत संभावित आपदाओं की ओर बढ़ती हुई दिखाई देती है। इस निर्माण में पार्किंग सुविधा के साथ अन्य मानकों की भी अनदेखी करी जा रही है , इसमें क्षेत्रीय लोगो का कहना है कि ये निर्माण कार्य जरायमपेसा लोगों के धन से किया जा रहा है जिनका काम मादक पदार्थों की बिक्री और अन्य आपराधिक गतिविधियों से धन की उगाही है कलीम एक स्थानीय राजनीतिक व्यक्ति के वरदहस्त में काम कर रहा है, जिसके बारे में माना जाता है कि वह समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि इस ऑपरेशन के मास्टरमाइंड हाजी इम्तियाज बेग का ठगी का भी इतिहास है जिसने रोजगार के अवसर दिलाने का वादा करके कई युवाओं को ठगा था। उसके सहयोगी अवनीश सलूजा द्वारा प्रदान की गई भ्रामक सूचनाओं के माध्यम से ठगी करी गई थी। कथित तौर पर इमारत को अग्नि सुरक्षा उपायों के बिना बनाया जा रहा है, जिससे संभावित रहने वालों और आसपास के समुदाय के जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है जिसमे मकान नंबर 100/272 को क्षति भी हुई है। साथ ही बिजली विभाग से स्थाई या अस्थायी मीटर संयोजन नही लिया गया है चोरी की बिजली से इतना बड़ा अवैध निर्माण शुरू कर दिया गया है यह निर्माण विकास प्राधिकरण के स्थानीय अधिकारियों की कार्य क्षमता के साथ-साथ बिल्डरों और बिल्डिंग कोड लागू करने के लिए जिम्मेदार लोगों के बीच संभावित मिलीभगत पर सवाल उठाता है। चूंकि कर्नलगंज एक संभावित आपदा के मुहाने पर खड़ा है जिसमे भारी जनहानि होने की संभावना है, यह निर्माण आपराधिक अंडरवर्ल्ड, भ्रष्ट अधिकारियों और बेईमान बिल्डरों के बीच सांठगांठ को उजागर करता है। 100/270 की यह कहानी केवल एक अवैध निर्माण योजना के बारे में नहीं है, बल्कि यह उन प्रणालीगत मुद्दों पर एक स्पष्ट प्रतीक है जो कर्नलगंज के केंद्र में शहरी विकास नियमों, सार्वजनिक सुरक्षा और नैतिक शासन के कार्यान्वयन को प्रभावित करते हुए शासन प्रशासन को धता बता रहे है।